नई दिल्ली. कोरोना से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भयावह स्थिति को देखते हुए बड़ा कदम उठाया गया है. कोरोनोवायरस मामलों में तेज बढ़ोतरी के मद्देनजर सोमवार रात 10 बजे से अगले सोमवार सुबह तक दिल्ली में पूरी तरह कर्फ्यू का ऐलान किया गया है.
कोरोना के बढ़ते मामलों से राजधानी की स्वास्थ्य सेवाएं और अन्य संसाधन बुरी तरह चरमरा गए है.मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल के बीच बैठक के बाद कफर््यू लगाने का निर्णय लिया गया. सप्ताह भर चलने वाले कर्फ्यू का मतलब है लोगों को घर से काम करना. आवश्यक सेवाओं से संबंधित केवल सरकारी कार्यालय ही खुले रहेंगे.
दिल्ली रविवार को कोविड का केंद्र बन गया. राजधानी में 24 घंटे के दौरान कोरोना के 25,462 ताजा मामले दर्ज किए गए. यह लगभग 30 प्रतिशत की सकारात्मकता बढ़ौतरी है. अस्पतालों में बेड और आॅक्सीजन की कमी हो गई है.
इसका मतलब है कि शहर में परीक्षण किया जाने वाला हर तीसरा नमूना सकारात्मक पाया जा रहा है. शनिवार को शहर में 24,375 कोविड के नए मामले सामने आए और 167 मौतें दर्ज की गईं.
सप्ताह के अंत में कर्फ्यू के चलते ऑडिटोरियम, रेस्तरां, मॉल, जिम और स्पा बंद कर दिया गया था. फिल्म थिएटरों को उनकी क्षमता के केवल एक तिहाई के साथ छूट दी गई थी. हालांकि सभी समारोहों - सामाजिक, धार्मिक या राजनीतिक - पर प्रतिबंध लगा हुआ है.
‘‘स्थिति बहुत गंभीर और चिंताजनक है. मामले वास्तव में तेजी से बढ़ रहे हैं. यही कारण है कि कुछ दिनों पहले तक सब कुछ नियंत्रण में होने के बावजूद कमी का सामना करना पड़ रहा है. जिस गति से कोरोना बढ़ रहा है, कोई नहीं जानता कि इसका अंत कब होगा.