नई दिल्ली
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डीयूएसयू) के चुनावों में तीन प्रमुख पदों पर जीत हासिल की है, जिसमें अध्यक्ष का महत्वपूर्ण पद भी शामिल है। वहीं, कांग्रेस समर्थित नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) को सिर्फ एक पद से ही संतोष करना पड़ा।
एबीवीपी के आर्यन मान ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। उन्होंने एनएसयूआई की प्रतिद्वंद्वी जोसलीन नंदिता चौधरी को 16,196 वोटों के बड़े अंतर से हराया।उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के राहुल झांसला ने 29,339 वोट हासिल कर एबीवीपी के गोविंद तंवर (20,547 वोट) को मात दी।
एबीवीपी के कुणाल चौधरी ने 23,779 वोटों के साथ सचिव का पद जीता, जबकि संयुक्त सचिव के पद पर एबीवीपी की दीपिका झा ने जीत दर्ज की। स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के गठबंधन को कोई भी सीट नहीं मिली।
चुनाव के नतीजों पर एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि पार्टी ने इस 'मुश्किल चुनाव' में अच्छी लड़ाई लड़ी, न केवल एबीवीपी के खिलाफ, बल्कि "डीयू प्रशासन, दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार, आरएसएस-भाजपा और दिल्ली पुलिस" की संयुक्त ताकत के खिलाफ भी। उन्होंने कहा कि एनएसयूआई हमेशा छात्रों के मुद्दों के लिए लड़ता रहेगा।
पिछले डीयूएसयू चुनाव (2024) में एनएसयूआई ने सात साल के अंतराल के बाद अध्यक्ष पद जीता था, जबकि एबीवीपी ने उपाध्यक्ष और सचिव के पद हासिल किए थे।