चक्रवात असानी : तटीय आंध्र में एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 10-05-2022
चक्रवात असानी : तटीय आंध्र में एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर
चक्रवात असानी : तटीय आंध्र में एनडीआरएफ की टीमें अलर्ट पर

 

विशाखापत्तनम. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें मंगलवार को तटीय आंध्र प्रदेश में बचाव और राहत कार्यों के लिए तैयार हैं, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में गंभीर चक्रवाती तूफान असानी तट के करीब पहुंच गया है.

चक्रवाती तूफान मंगलवार को काकीनाडा से लगभग 300 किमी दक्षिण पूर्व और विशाखापत्तनम से 330 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित था. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, इसके मंगलवार की रात तक लगभग उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तर आंध्र प्रदेश तट और उससे सटे ओडिशा तट से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है.

इसके बाद, इसके तूफान के उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और उत्तर आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों से दूर बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी की ओर बढ़ने की संभावना है. अगले 24 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है.

आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मंगलवार शाम से तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के पूवार्नुमान के मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने को कहा है. 40-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है.

इसने उत्तरी तटीय आंध्र के लोगों को भी हाई अलर्ट पर रहने की सलाह दी है. मछुआरों को गुरुवार तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. एपीएसडीएमए के निदेशक ने कहा कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ एहतियात के तौर पर अलर्ट पर हैं.

आईएमडी ने तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई है और मंगलवार शाम से तटीय ओडिशा में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है.

कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, उत्तर आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है और बुधवार को तटीय ओडिशा और इससे सटे तटीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है.

मंगलवार और बुधवार को उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट के साथ-साथ 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है.