आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कांग्रेस की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के नेतृत्व वाली ‘नेशनल पीपुल्स पार्टी’ (एनपीपी) ने राज्य की ‘‘स्थिरता को नष्ट करने’’ में प्रमुख भूमिका निभाई है।
मेघचंद्र की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं।
मेघचंद्र ने यह भी दावा किया कि संगमा का यह दौरा जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर में ‘‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कमजोर हो चुके आधार को पुनर्जीवित’’ करने के लिए है।
कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) भाजपा की एक करीबी सहयोगी और राजनीतिक साझेदार बन गई है। एनपीपी प्रमुख और मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा का मणिपुर दौरा पार्टी संगठन को मजबूत करने और भाजपा के साथ संबंधों को मजबूत करने का एक प्रयास मात्र है ताकि मणिपुर में राजग के कमजोर हो चुके आधार को पुनर्जीवित करने की कोशिश की जा सके।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और उसके गठबंधन सहयोगी ‘‘मणिपुर की अखंडता और एकता की रक्षा करने, शांति बहाल करने और लोगों को न्याय दिलाने में विफल रहे हैं।’’
मई 2023 से मेइती और कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
मेघचंद्र ने कहा, ‘‘2017 से भाजपा और उसकी सहयोगी एनपीपी ने राज्य की स्थिरता और भावना को नष्ट करने में प्रमुख भूमिका निभाई है - वास्तव में, भाजपा और एनपीपी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।’’
संगमा ने बृहस्पतिवार शाम मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला, आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों और नागरिक समाज संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
वांगखेम निर्वाचन क्षेत्र के विधायक मेघचंद्र ने यह भी आरोप लगाया कि मणिपुर की जनता ने ‘‘भाजपा के नेतृत्व वाले राजग को स्पष्ट रूप से नकार दिया है जिसके वर्षों के कुशासन, भ्रष्टाचार और विभाजनकारी शासन ने राज्य को अशांति और अस्थिरता की ओर धकेल दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी लोकतांत्रिक मूल्यों को बहाल करने और मणिपुर की असल अवधारणा के पुनर्निर्माण के संघर्ष में लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है।’’