आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
गलवान घाटी संघर्ष के नायक कर्नल संतोष बाबू को मंगलवार को अलंकरण समारोह में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा दूसरे सर्वोच्च युद्धकालीन वीरता पदक महावीर चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित किया जाएगा.
ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान लद्दाख सेक्टर के गलवान घाटी में दुश्मन के सामने ऑब्जर्वेशन पोस्ट स्थापित करते हुए चीनी सेना के हमले का विरोध करने के क्रम में संतोष बाबू वीर गति को प्राप्त हो गए थे. तब गालवान घाटी (पूर्वी लद्दाख) में तैनात 16 बिहार के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल बिकुमल्ला संतोष बाबू को अवलोकन पोस्ट स्थापित करने का जिम्मा सौंपा गया था.
अपने सैनिकों को ठोस योजना के साथ स्थिति के बारे में संगठित और ब्रीफिंग करते हुए, उन्होंने सफलतापूर्वक कार्य को अंजाम दिया. इस दौरान उन्होंने चीनी सेना का प्रतिरोध किया. घातक और धारदार हथियारों से लैस दुश्मन सैनिकों को मुंह तोड़ जवाब दिया. झड़प के दौरान दुश्मन सैनिकों का मुकाबला करने के दौरान उन्हांेने अंतिम सांस ली.