नई दिल्ली. सीनियर एडवोकेट के.के. वेणुगोपाल और तीन माह तक एटॉर्नी जनरल बने रहेंगे. उनका कार्यकाल 30 जून को खत्म हो रहा था. सूत्रों ने बुधवार को बताया कि 91 साल के वेणुगोपाल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए संवैधानिक पद पर आगे बने रहने के प्रति अनिच्छा जाहिर की थी. केंद्र सरकार के आग्रह परलेकिन वह अगले तीन माह तक एटॉर्नी जनरल बने रहने पर राजी हो गए.
राष्ट्रपति ने 2017 में वेणुगोपाल को तीन साल की अवधि के लिए एटॉर्नी जनरल नियुक्त किया था. तब से दो बार उनका कार्यकाल एक-एक साल के लिए बढ़ाया गया है.
1972 में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील बने वेणुगोपाल 1979 से 1980 के बीच अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल थे. उन्हें 2002 में पद्म भूषण और 2015 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.