आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिलेई इजराइल की यात्रा पर आ रहे हैं. जनवरी में इजराइल के प्रति उनके समर्थन को मान्यता देते हुए मिलेई को 10 लाख डॉलर का जेनेसिस पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गई थी.
हालांकि, मार्च में मिलेई की यात्रा स्थगित हो गई थी, लेकिन अब वह 11 जून को इजराइली संसद नेसेट में आयोजित समारोह में यह पुरस्कार प्राप्त करेंगे और संसद को संबोधित भी करेंगे.
आयोजकों के अनुसार, मिलेई पुरस्कार राशि का इस्तेमाल इजराइल और लैटिन अमेरिकी देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्र में यहूदी-विरोधी भावनाओं से लड़ने के लिए एक नई पहल शुरू करने में करेंगे.
पुरस्कार समिति का कहना है कि उसने मिलेई को संयुक्त राष्ट्र में अर्जेंटीना के इजराइल के खिलाफ मतदान करने के लंबे इतिहास को पलटने, हमास और हिजबुल्ला समूहों को आतंकवादी संगठन घोषित करने तथा 1990 के दशक में अर्जेंटीना में यहूदी और इजराइली ठिकानों पर बमबारी की जांच को फिर से शुरू करने के लिए सम्मानित किया.
मिलेई ने अर्जेंटीना का दूतावास यरुशलम स्थानांतरित करने का भी वादा किया है. यदि ऐसा होता है तो अर्जेंटीना उन चुनिंदा देशों में शामिल होगा जिन्होंने यरुशलम को इजराइल की राजधानी के रूप में मान्यता दी है, जिनमें अमेरिका भी शामिल है. हालांकि, यह कदम उनकी इस यात्रा के दौरान नहीं उठाया जाएगा.
इस पुरस्कार के पिछले विजेताओं में व्यवसायी और न्यूयॉर्क शहर के पूर्व मेयर माइकल ब्लूमबर्ग, अभिनेता माइकल डगलस और बारबरा स्ट्रीसैंड, वायलिन वादक इत्ज़ाक पर्लमैन, मूर्तिकार सर अनीश कपूर, फिल्म निर्माता स्टीवन स्पीलबर्ग; न्यू इंग्लैंड पैट्रियट्स के मालिक रॉबर्ट क्राफ्ट और पूर्व सोवियत राजनीतिक कैदी नतन शारान्स्की शामिल हैं.