जयपुर. गद्दी नशीन-दरगाह अजमेर शरीफ और चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने शुक्रवार को कहा कि अजमेर शरीफ किसी भी सांसारिक स्मारकों की तुलना से परे है. अपने ट्वीट में, उन्होंने कहा, "मीडिया बिरादरी द्वारा झूठी कहानियों को फैलाना अपरिवर्तनीय पाप है."
यहां यह उल्लेख करना आवश्यक है कि एक संगठन ने दावा किया है कि 'अजमेर दरगाह के नीचे एक 'शिवलिंग' है", जिसका खंडन दरगाह की अंजुमन समिति ने किया है. अंजुमन के अध्यक्ष मोइन सरकार ने कहा कि गरीब नवाज की दरगाह सार्वभौमिक सद्भाव का प्रतीक है, जो धर्म और जाति की बेड़ियों से परे है. उन्होंने कहा कि यहां मुसलमानों से ज्यादा हिंदू अपनी इच्छा और आस्था के साथ 'जियारत' के लिए आते हैं. अंजुमन सचिव वाहिद हुसैन अंगारा ने कहा कि इस तरह के झूठे दावे कर सौहार्द बिगाड़ने और अशांति पैदा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.