जांच करवाने पर पता चला, मेरा तो डीएनए भारतीय ही है: प्रबावो सुबियांता, इंडोनेशियाई राष्ट्रपति

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 27-01-2025
After getting it tested, it was found that my DNA is Indian: Prabowo Subianto, Indonesian President
After getting it tested, it was found that my DNA is Indian: Prabowo Subianto, Indonesian President

 

नई दिल्ली. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबावो सुबियांतो ने एक दिलचस्प किस्सा साझा करते हुए कहा, ‘‘कुछ हफ्ते पहले मैंने अपनी जेनेटिक्स सीक्वेंसिंग और डीएनए टेस्ट कराया. मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई कि मेरा डीएनए भारतीय है.’’ उन्होंने मुस्कुराते हुए जोड़ा, ‘‘जैसे ही मैं भारतीय संगीत सुनता हूं, मेरा शरीर खुद-ब-खुद थिरकने लगता है. यह शायद हमारे खून में ही है.’’

रविवार की शाम राष्ट्रपति भवन में एक खास डिनर का आयोजन हुआ, जहां भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबावो सुबियांतो का स्वागत किया. इस खास मौके पर दोनों देशों के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का जिक्र हुआ. इंडोनेशियाई राष्ट्रपति के बयान ने न केवल सभी को प्रभावित किया, बल्कि उनके मजेदार अंदाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरे हॉल को ठहाकों से भर दिया.

डिनर के दौरान राष्ट्रपति प्रबावो सुबियांतो ने भारत और इंडोनेशिया के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्तों पर जोर देते हुए कहा, ‘‘भारत और इंडोनेशिया का संबंध बहुत पुराना है. हमारी सभ्यताओं के बीच गहरा जुड़ाव रहा है. हमारी भाषा में कई अहम शब्द संस्कृत से लिए गए हैं. यहां तक कि हमारे नामों और रोजमर्रा की जिंदगी में भी भारतीय सभ्यता का असर है.’’

संस्कृत और भारतीय सभ्यता का असर

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हमारी भाषा में संस्कृत के कई शब्द शामिल हैं. यही नहीं, हमारी संस्कृति और रीति-रिवाजों में भी प्राचीन भारतीय सभ्यता की छवि साफ दिखाई देती है.’’ उन्होंने इस बात पर गर्व जताया कि दोनों देशों के बीच न केवल ऐतिहासिक, बल्कि सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव भी बेहद मजबूत है.

प्रधानमंत्री मोदी और गणमान्य लोग हुए मंत्रमुग्ध

राष्ट्रपति प्रबावो के  बयान को सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी अतिथियों ने जमकर तालियां बजाईं और उनका अंदाज सभी के चेहरों पर मुस्कान ले आया. यह आयोजन न केवल दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने का एक कदम था, बल्कि भारत और इंडोनेशिया के गहरे सांस्कृतिक जुड़ाव को भी एक बार फिर उजागर कर गया.

डिनर की यह खास शाम दोनों देशों के रिश्तों में नई ऊर्जा भरने का प्रतीक बन गई.