आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब और वंचित वर्ग के लिए सस्ती और सुलभ दवाएं उपलब्ध करने के अपने मिशन को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसके लिए करीब 900 जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, जहां गुणवत्तापूर्ण दवाएं 50 प्रतिशत सस्ती कीमत पर उपलब्ध हैं.
एक विशेष साक्षात्कार में, मंडाविया ने कहा, ‘‘2014 में जब नरेंद्र मोदी ने शपथ ली थी, प्रधानमंत्री ने कहा था कि मेरी सरकार गरीब और वंचित वर्गों को समर्पित होगी. इसलिए, 8600से अधिक जन औषधि केंद्र चलाए जा रहे हैं. देश में गरीब और मध्यम वर्ग को सस्ती कीमत पर दवा उपलब्ध कराई जा रही है.
जन औषधि केंद्र पर 50 फीसदी से भी कम कीमत पर सस्ती दवा उपलब्ध है. 1 से 7 मार्च तक जन औषधि सप्ताह के अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने बताया कि जन औषधि केंद्र इस बात को ध्यान में रखकर चलाए जा रहे हैं कि दवा का खर्च कम से कम रखा जाए.
उन्होंने कहा, ‘‘बीमारी अघोषित रूप से आती है. यह अमीर और गरीब दोनों को आती है.जन औषधि सप्ताह के दौरान केंद्र द्वारा इसके महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए देश भर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि जन औषधि सप्ताह के पहले दिन देश के 75शहरों में पदयात्रा निकाली गई है.सभी को सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) को फार्मास्यूटिकल्स विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नवंबर 2008 में लॉन्च किया गया था. इस योजना के तहत, जनऔषधि केंद्र के रूप में सस्ती कीमतों पर जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए आउटलेट्स खोले गए हैं.