स्वतंत्रता संग्राम में जेल भी गए थे दिलीप कुमार

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 08-07-2021
दिलीप कुमार
दिलीप कुमार

 

मुंबई. दिलीप कुमार के निधन से बॉलीवुड सदमे में है, एक अध्याय खत्म हो गया है और अभिनय की संस्था खो गई हे. अब सिर्फ दिलीप कुमार की यादें और बातें ही बची हैं. उनकी जीवनी अब रुचि का केंद्र बनती जा रही है. ऐसी घटनाओं का उल्लेख मिल रहा है, जिनके बारे में लोगों को पता नहीं था. अब पता चला कि दिलीप कुमार स्वतंत्रता संग्राम के दौरान एक बार जेल भी जा चुके थे.

इस घटना का जिक्र उनकी आत्मकथा ‘दिलीप कुमारः द सबस्टेंस एंड शैड’ में मिलता है.

अपनी आत्मकथा में वे लिखते हैं कि एक दिन उन्हें नहीं पता था कि क्या हुआ था. मैंने एक भाषण में भारतीय लोगों की प्रशंसा की और कहा कि भारत के लोग अहिंसा के अनुयायी और बहुत मेहनती हैं. तालियाँ बजीं, मैं आनन्दित हो रहा था, जब अचानक कुछ ब्रिटिश सैनिक हथकड़ी लेकर आए और मुझे हथकड़ी पहना दी, क्योंकि मेरे विचार ब्रिटिश विरोधी थे.

दिलीप कुमार के अनुसार, उन्हें पुणे की यरवदा जेल ले जाया गया, जहां उन्हें देखकर जेलर ने कहा, “एक और गांधीवादी, मुझे उस समय समझ नहीं आया कि वह ऐसा क्यों कह रहे थे, लेकिन जब मैं इस सेल में पहुंचा, तो मुझे पता था कि ऐसा हुआ है कि इस कोठरी में और भी लोग थे, जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ थे, जिन्हें जेलर ने गांधीजी का अनुयायी कहा था. इसलिए उन सभी का नाम गांधीवाला रखा गया था.

दिलीप कुमार ने अपनी किताब में यह भी उल्लेख किया है कि जेल में मुझे एक गंदी थाली में खाना दिया गया था. मुझे नहीं पता कि मुझे क्या हुआ. मैंने भी खाने से इनकार कर दिया और सभी के साथ भूख हड़ताल में शामिल हो गया. मुझे नींद नहीं आई सारी रात की वजह से, मैं पूरी रात जागता रहा, मुझे अगली सुबह रिहा कर दिया गया.