आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
भारत और संयुक्त अरब अमीरात दोनों देशों के बीच हवाई परिवहन संचालन के तेजी से सामान्यीकरण को सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखेंगे.तदनुसार, शनिवार को दुबई में आयोजित ‘यूएई-इंडिया हाई लेवल ज्वाइंट टास्क फोर्स ऑन इन्वेस्टमेंट‘ की नौवीं बैठक में हवाई परिवहन के सामान्यीकरण की आवश्यकता पर चर्चा की गई.
इस बीच दोनों देशों के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा,‘‘द्विपक्षीय संबंधों और लोगों के संपर्कों को सुविधाजनक बनाने में हवाई परिवहन के महत्व को देखते हुए, दोनों पक्षों ने सहमति व्यक्त की कि उनके नागरिक उड्डयन प्राधिकरण हवाई सेवा को त्वरित सामान्यीकरण को सुनिश्चित करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर मिलकर काम करना जारी रखना चाहिए.
शनिवार की बैठक की सह-अध्यक्षता अबू धाबी की कार्यकारी परिषद के सदस्य शेख हामिद बिन जायद अल नाहयान और वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने की.
जनवरी 2017 में दोनों देशों के बीच ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी समझौते‘ पर हस्ताक्षर के साथ संयुक्त कार्य बल की स्थापना 2013 में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और भारत के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में की गई थी. इसे और मजबूत किया गया है.
इसके अलावा, बैठक में ‘भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते‘ के लिए चल रही चर्चाओं की समीक्षा की गई.एक बयान में कहा गया, ‘‘इस संबंध में, दोनों पक्षों ने एक संतुलित समझौते की दिशा में चर्चा में तेजी लाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की, जो द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को गहरा करेगा और दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को लाभान्वित करेगा.‘‘
बयान के अनुसार, प्रतिभागियों ने लंबे समय से चल रही ‘द्विपक्षीय निवेश संधि‘ में संशोधन के लिए संयुक्त अरब अमीरात और भारत के चल रहे प्रयासों पर भी विचार किया और वार्ता प्रक्रिया को जल्द से जल्द समाप्त करने के महत्व को नोट किया.
बैठक में भारत में प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में संयुक्त अरब अमीरात के संप्रभु निवेश संस्थानों से परे निवेश की सुविधा के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी तरीकों और प्रोत्साहनों की खोज पर भी चर्चा हुई. इस संबंध में भारत सरकार द्वारा उठाए गए सकारात्मक कदमों को नोट किया गया और दोनों पक्ष संयुक्त अरब अमीरात के कुछ संप्रभु निवेश संस्थानों को कर प्रोत्साहन प्रदान करने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखने पर सहमत हुए.