भारत का गैर-बासमती चावल निर्यात 109 फीसदी बढ़ा

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 21-04-2022
भारत का गैर-बासमती चावल निर्यात 109 फीसदी बढ़ा
भारत का गैर-बासमती चावल निर्यात 109 फीसदी बढ़ा

 

नई दिल्ली. भारत का गैर-बासमती चावल निर्यात वित्तवर्ष 2013-14 में 20,925 लाख डॉलर से 109 प्रतिशत बढ़कर वित्तवर्ष 2021-22 में 60,115 लाख डॉलर हो गया, जबकि जिन देशों को इसका निर्यात किया गया था, उनकी संख्या 2021-22 में बढ़कर 150 से अधिक हो गई.

बुधवार को जारी सरकारी आंकड़े में यह जानाकरी दी गई. वाणिज्यिक खुफिया और सांख्यिकी महानिदेशक (डीजीसीआईएस), कोलकाता के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2019-20 में 20,015-22 लाख डॉलर मूल्य के गैर-बासमती चावल का निर्यात किया, जो 2020-21 में बढ़कर 40,799 लाख डॉलर और 2021-22 में 60,115 लाख डॉलर हो गया.

सरकारी अधिकारियों ने कहा कि भारत ने 2021-22 में 150 से अधिक देशों को चावल का निर्यात किया, जिनमें से 76 देशों को 2021-22 में 10 लाख डॉलर से अधिक के गैर-बासमती चावल भेजे गए, जो चावल निर्यात टोकरी के विविधीकरण को दर्शाता है.

प्रमुख चावल उत्पादक राज्य पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा, असम और हरियाणा हैं. भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चावल उत्पादक देश है.

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने 'अन्नपूर्णा भारत' शीर्षक के साथ एक ट्वीट में उपलब्धि पर प्रकाश डालते हुए कहा, "मोदी सरकार की नीतियों ने किसानों को वैश्विक बाजारों तक पहुंच प्राप्त करने और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद की.

" सरकार ने कहा कि 2021-22 में 27 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए गैर-बासमती चावल का निर्यात 60,115 लाख डॉलर के साथ सभी कृषि-वस्तुओं में शीर्ष विदेशी मुद्रा अर्जक था. कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अध्यक्ष एम. अंगमुथु ने कहा, "हमारे विदेशी मिशनों के सहयोग से हमने रसद के विकास के साथ-साथ गुणवत्ता वाले उत्पादों के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे भारत की चावल निर्यात संभावनाओं को बढ़ावा मिला है.

अधिकारियों ने कहा, "भारत का बंदरगाह प्रबंधन और बुनियादी ढांचे के विस्तार पर जोर रहा है. प्रमुख हितधारकों को शामिल करते हुए मूल्य श्रृंखला के विकास के साथ-साथ पिछले कुछ वर्षो में चावल निर्यात के लिए देशों या बाजारों में नए अवसरों का पता लगाने के प्रयासों से चावल के निर्यात में भारी वृद्धि हुई है.

कोविड-19 महामारी से उत्पन्न लॉजिस्टिक चुनौतियों के बावजूद भारत ने अफ्रीकी, एशियाई और यूरोपीय संघ के बाजारों में अपने चावल का निर्यात बढ़ाना जारी रखा है, इस प्रकार वैश्विक चावल व्यापार में भारत का सबसे बड़ा हिस्सा है.

मजबूत वैश्विक मांग ने भी चावल निर्यात में भारत की प्रगति में मदद की है. पश्चिम अफ्रीकी देश बेनिन भारत से गैर-बासमती चावल के प्रमुख आयातकों में से एक है. अन्य आयातक देशों में नेपाल, बांग्लादेश, चीन, कोटे डी आइवर, टोगो, सेनेगल, गिनी, वियतनाम, जिबूती, मेडागास्कर, कैमरून, सोमालिया, मलेशिया, लाइबेरिया व यूएई आदि शामिल हैं.