आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
कैचप के शौकीनों के लिए बुरी खबर है.जलवायु परिवर्तन से वैश्विक टमाटर उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है, जिससे वैश्विक कैचप की कमी हो सकती है.एक हालिया अध्ययन से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन दुनिया भर में टमाटर की फसल को प्रभावित करेगा. इससे कैचप की वैश्विक कमी हो जाएगी.
रिसर्च पेपर नेचर में प्रकाशित यह अध्ययन डेनमार्क के आरहूस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किया गया है.इस अध्ययन में, यह पता लगाने के लिए एक गणितीय मॉडल विकसित किया गया कि ग्लोबल वार्मिंग टमाटर के उत्पादन को कैसे प्रभावित कर सकती है.
इटली, चीन और कैलिफोर्निया टमाटर के दुनिया के सबसे बड़े उत्पादक हैं, जो वैश्विक टमाटर उत्पादन का दो-तिहाई हिस्सा है. तीनों देश बढ़ते तापमान से पीड़ित हैं.अध्ययन में भविष्यवाणी की गई है कि विश्व टमाटर का उत्पादन 2100और 2050के बीच आधा हो जाएगा.
शोध के अनुसार, वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता को रोकने से उच्च तापमान के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है, लेकिन उन्हें पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सकता है.शोध रिपोर्ट में यह भी भविष्यवाणी की गई है कि वैश्विक टमाटर उत्पादन, जो वर्तमान में 14 मिलियन टन है, गिरावट के बाद 70 लाख टन से भी कम हो जाएगा.