करतारपुर, पाकिस्तान. एक ओर पाकिस्तान भारत में आतंक फैला रहा है. कश्मीर में लोन वुल्फ अटैक में सीधे-सीधे पाक एजेंसियों का हाथ सामने आ रहा है. ऐसे में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इमरान खान से व्यापार के लिए पंजाब प्रांतों के बीच की सीमा को दो तरफ खोलने का आग्रह किया.
सिद्धू ने कहा, ‘जब कराची-मुंबई मार्ग अमीरों के लिए खोला जा सकता है, तो लाहौर-अमृतसर मार्ग आम पंजाबियों के लिए क्यों नहीं खोला जा सकता? पंजाब ननकाना साहिब के दर्शन के लिए क्यों नहीं आना चाहिए? पर्यटन को बढ़ावा क्यों नहीं दिया जाना चाहिए?’
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि पंजाब सीमा को सीमापार व्यापार के लिए खोलना एक ‘सुनहरा अवसर’ होगा.
उन्होंने कहा, ‘अगर ऐसा होता है, तो दोनों पंजाब, दोनों राष्ट्र छह महीने के भीतर उतनी ही प्रगति करेंगे, जितना उन्हें 60 वर्षों में करना चाहिए था. यह लोगों के जीवन को बदलने का एक सुनहरा अवसर है. मैं मोदी साहब और खान साहब से दरवाजे खोलने का अनुरोध करता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘मैं अनुरोध करता हूं कि यदि आप पंजाब में जीवन बदलना चाहते हैं, तो हमें सीमाएं (सीमा पार व्यापार के लिए) खोलनी चाहिए. हमें मुंद्रा बंदरगाह से क्यों जाना चाहिए, कुल 2,100 किमी? यहां से क्यों नहीं, जहां यह (पाकिस्तान के लिए) केवल 21 किमी है.’
सिद्धू करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से पाकिस्तान में दरबार साहिब गुरुद्वारे गए थे, जिसे इस सप्ताह की शुरुआत में गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व से पहले फिर से खोल दिया गया था.
उन्होंने इसके फिर से खुलने पर खुशी जताई और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के प्रयासों को दिया.
सिद्धू ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के प्रयासों से यह संभव हुआ है.’
करतारपुर कॉरिडोर पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब, सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के अंतिम विश्राम स्थल को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक मंदिर से जोड़ता है.
2019 में खोला गया कॉरिडोर, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर बंद कर दिया गया था.