इराकी मौलवी ने अमेरिका से तालमेल के लिए रखीं शर्तें

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 17-10-2021
मुक्तदा अल-सदर
मुक्तदा अल-सदर

 

बगदाद. इराक के प्रमुख शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने अपने सदरवादी आंदोलन के सत्ता में आने पर अमेरिका से तालमेल करने के लिए कई शर्तें रखी हैं. उनकी पार्टी 10 अक्टूबर के संसदीय चुनावों में सबसे आगे दिखाई दी. अल-सदर ने शनिवार को ट्वीट किया, उन शर्तों में से एक यह है कि अमेरिका और इराक के बीच राजनयिक संबंध पूर्ण संप्रभुता के साथ राज्य-दर-राज्य होने चाहिए.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अल-सदर ने कहा कि इराक से अमेरिकी सैनिकों की वापसी को लेकर बातचीत गंभीर होनी चाहिए.

उन्होंने वाशिंगटन से आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने और इराक को क्षेत्रीय संघर्षों से दूर रखने का भी आह्वान किया.

सोमवार को, इराकी स्वतंत्र उच्च चुनाव आयोग ने चुनावों के प्रारंभिक परिणामों की घोषणा की, जिसमें सदर आंदोलन 70 से अधिक सीटों के साथ आगे था.

इराकी संसदीय चुनाव, मूल रूप से 2022 के लिए निर्धारित थे, भ्रष्टाचार, खराब शासन और सार्वजनिक सेवाओं की कमी के खिलाफ महीनों के विरोध के जवाब में अग्रिम रूप से आयोजित किए गए थे.