तेल अवीव. इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने रविवार को कहा कि इजराइली सरकार एकमात्र प्राधिकरण है, जो यरूशलेम में टेंपल माउंट से संबंधित मामलों पर शासन करने का हकदार है और कोई भी विदेशी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
बेनेट ने साप्ताहिक कैबिनेट बैठक की शुरुआत में कहा, ‘‘और निश्चित रूप से, यरूशलेम में टेंपल माउंट के संबंध में सभी निर्णय इजराइल की सरकार द्वारा किए जाएंगे, जो शहर में संप्रभु है, बिना किसी बाहरी विचार के. हम निश्चित रूप से इजराइल सरकार के निर्णयों में किसी भी विदेशी भागीदारी को अस्वीकार करते हैं.’’ बेनेट ने पुष्टि की कि यरूशलेम सभी धर्मों के उपासकों का स्वागत करता है और उनका सम्मान करता है और आगे भी करता रहेगा.
हाल के हफ्तों में इजराइल में सुरक्षा की स्थिति खराब हुई है. टेंपल माउंट, ईसाई धर्म, इस्लाम और यहूदी धर्म में पूजा का एक पवित्र स्थान है, जो यरूशलेम के पुराने शहर में स्थित है, जिसमें इजरायली पुलिस और फिलिस्तीनियों के बीच दंगों और झड़पों की संख्या देखी गई है. मुस्लिम जगत इजरालियों के टेंपल माउंट को अल अक्सा मस्जिद कहता है और उसे पहला काबा मानता है.