शोएब अख्तर बोले सहवाग से, आप आईसीसी से ज्यादा जानते हैं

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 21-05-2022
शोएब अख्तर बोले सहवाग से, आप आईसीसी से ज्यादा जानते हैं
शोएब अख्तर बोले सहवाग से, आप आईसीसी से ज्यादा जानते हैं

 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग के ‘गेंदबाजी एक्शन’ पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि अगर वह आईसीसी से ज्यादा जानते हैं, तो ठीक है.

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वीरेंद्र सहवाग ने कुछ दिन पहले ‘होम ऑफ हीरोज’ कार्यक्रम में बात करते हुए कहा था कि ‘शोएब अख्तर चकिंग करते थे.’ इस शब्द का प्रयोग गेंदबाजी के लिए किया जाता है, जो कि नियमों के अनुसार सही नहीं माना जाता है. इसका मतलब है कि गेंदबाज गेंद को दाहिने हाथ से फेंकता है, जबकि नियमों के अनुसार गेंद को कंधे के ऊपर फेंकना जरूरी है.

सहवाग ने यह भी कहा कि शोएब अख्तर को पता था कि वह ठीक से गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं, नहीं तो आईसीसी को उन पर बैन लगाने की जरूरत क्यों पड़ी? वीरेंद्र सहवाग को संबोधित करते हुए शोएब अख्तर ने कहा कि अगर वह आईसीसी से ज्यादा जानते हैं, तो वह उनकी बात मानने को तैयार हैं.

उन्होंने भारतीय क्रिकेटर को बयान देते समय थोड़ा और सावधान रहने को कहा. शोएब अख्तर ने स्पोर्ट्सकाडा वेबसाइट से कहा, ‘‘क्रिकेटरों को सोशल मीडिया के इस युग में बयान देने से पहले सोचना चाहिए कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच सद्भाव को प्रभावित करता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता.’’

शोएब अख्तर ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं पता कि सहवाग ने ईमानदारी से ऐसी बात कही है या गंभीरता से, हालांकि उन्होंने जो कुछ भी कहा, मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ा, उन्हें अपनी राय रखने का अधिकार है.

इस पूर्व तेज गेंदबाज ने यह भी कहा, ‘‘मैं अभी जिस उम्र और मंच पर हूं, मैं किसी ऐसे खिलाड़ी पर टिप्पणी नहीं करूंगा, जो राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुका हो और उसकी प्रतिष्ठा प्रभावित हो.’’

वीरेंद्र सहवाग ने अपने करियर में पाकिस्तान के खिलाफ नौ टेस्ट मैच खेले और 1,206 रन बनाए. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ एक तिहरा शतक, दो दोहरे शतक और एक शतक भी बनाया. दूसरी ओर, शोएब अख्तर ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 63 वनडे और 15 टी20 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 444 रन बनाए. गौरतलब है कि शोएब अख्तर के गेंदबाजी एक्शन पर 1999 और 2001 में ऑस्ट्रेलिया ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके एक्शन की समीक्षा की गई और उन्हें वैध घोषित किया गया.