ओवैसी की पार्टी से गठबंधन करने का इच्छुक नहीं: शरद पवार

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 21-03-2022
ओवैसी की पार्टी से गठबंधन करने का इच्छुक नहीं: शरद पवार
ओवैसी की पार्टी से गठबंधन करने का इच्छुक नहीं: शरद पवार

 

पुणे. राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि उनकी पार्टी एआईएमआईएम (असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी) के साथ गठबंधन करने के लिए इच्छुक नहीं है, एक दिन बाद एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने शिवसेना के नेतृत्व वाले त्रिपक्षीय महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ गठबंधन का प्रस्ताव रखा.

जलील के गठबंधन के सुझाव को शिवसेना पहले ही खारिज कर चुकी है.

पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार पवार ने पुणे जिले के बारामती में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं (जलील के) इस बयान के बारे में पढ़ रहा हूं, लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह हमारी पार्टी (एआईएमआईएम के साथ गठबंधन) का रुख नहीं है.’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘वे (एआईएमआईएम) गठबंधन के बारे में बात कर सकते हैं, लेकिन वे जिन पार्टियों की बात कर रहे हैं, उन्हें पहले इस तरह के प्रस्ताव को स्वीकार करना चाहिए.’’

पवार ने कहा कि हालांकि एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) ने राज्य स्तर पर एक गठजोड़ का प्रस्ताव रखा है, लेकिन इस तरह के गठबंधन के गठन को राजनीतिक दलों की राष्ट्रीय समिति द्वारा अनुमोदित किया जाना है.

एक अन्य कार्यक्रम में बोलते हुए, पवार ने पुणे के एक अन्य हवाई अड्डे के संबंध में अधिकारियों के साथ संभावित बैठक के बारे में बात की, जिसके लिए स्थान को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है.

उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न रक्षा प्रतिष्ठान पुणे और उसके आसपास स्थित हैं. हर सुबह, वायुसेना इन क्षेत्रों में प्रशिक्षण उड़ानें आयोजित करता है. हमें उनके (रक्षा के) विचारों को समझने की जरूरत है और इसके लिए हम अगले पखवाड़े में बैठक करेंगे.’’

एआईएमआईएम सांसद जलील ने शनिवार को औरंगाबाद में कहा था कि उनकी पार्टी को गलत तरीके से बीजेपी की ‘बी’ टीम करार दिया गया.

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा को अकेले हाथ से हराने के लिए उनमें (शिवसेना) कोई शक्ति नहीं बची है. इसलिए उन्हें कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन की जरूरत है. मेरा प्रस्ताव है कि चलो ऑटोरिक्शा (तीन-पहिया) में एक और पहिया जोड़ें और इसे एक आरामदायक कार बनाएं. हमने उस पार्षद को निष्कासित कर दिया है, जिसने (औरंगाबाद नगर निगम में) वंदे मातरम गाने का विरोध किया था और वह अब राकांपा में शामिल हो गया है.’’