रेहाना, सहाना और मलिका खातून भी करेंगी छठ पूजा

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 27-10-2022
मन्नतें पूरी हुईं, रेहाना, सहाना और मलिका खातून भी करेंगी छठ पूजा
मन्नतें पूरी हुईं, रेहाना, सहाना और मलिका खातून भी करेंगी छठ पूजा

 

राकेश चौरासिया / नई दिल्ली-गोपालगंज

भारत में मजहब से परे गंगा-जमुनी तहजीब की गहरी जड़ें हैं. सामाजिक सद्भाव की कहानियां अक्सर दुखने-सुनने को मिलती रहती हैं. अलीगढ़ में रूबी खान ने गोवर्द्धन पूजा करके आपसी भाईचारे की मिसाल पेश की, तो अब गोपालगंज की कुछ मुस्लिम महिलाएं मन्नतें पूरी होने पर छठ पूजा की तैयारियां करेंगी. वे व्रत रखकर छठी मईया का मन्नतें पूरी करने के लिए आभार जताएंगी.

छठ पर्व पूवी उप्र, बिहार, झारखंड आदि क्षेत्रों का आस्था और श्रद्धा का महापर्व है. आलम है कि पूरे देश में फैले प्रवासी मजदूर छठ पर्व मनाने के लिए अपने गांव- अपने देस लौट रहे हैं.

पर्व की व्यापकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारतीय रेलवे छठ श्रद्धालुओं के लिए लगभग 130 विशेष ट्रेनें चला रहा है. दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों सहित देश के दर्जनों नगरों में छठ घाट बनाए जा रहे हैं, जहां वे छठ पर उदीयमान और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दे पाएंगे.

छठी मईया के बारे में प्रसिद्ध है कि जो भी मन और श्रद्धा से उनका व्रत करता है, वे उसकी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं. छठी मईया के प्रभाव और प्रताप का असर है कि गैर-पूर्वांचली भी छठी मईया का प्रसाद और आशीर्वाद लेने के लिए आतुर हैं.

इसलिए  गोपालगंज के हजियापुर की निवासी रेहाना खातुन और मलिका खातुन भी इस बार छठी मईया का व्रत करने वाली हैं. उन्होंने बाजार में सूप, दउरा, कलश आदि पूजन सामग्री की खरीददारी भी की है. वे व्रत रखने के लिए बहुत उत्साहित नजर आ रही हैं.

न्यूज18 की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेहाना खातुन और मलिका खातुन ने बताया कि उन्होंने छठी मईया से मन्नत मांगी थी कि घर बन जायेगा, तब छठ माता की व्रत रखकर पूजा करेंगी. इसलिए वे बाजार में पूजन सामग्री खरीद रही हैं.

रेहाना बताती हैं कि जब भी घर में काम लगाने की कोशिश होती थी, तो कोई न कोई विपदा आ जाती थी. इसके बाद उन्होंने छठ घाट पर घर बनने की मन्नत मांगी. इस साल रेहाना के घर बनने की मन्नत पूरी हो रही है. इसलिए पूरे विधि-विधान के साथ छठ पूजा कर रहीं हैं.

वहीं हजियापुर गांव की रहनेवाली मलिका खातुन ने बताया कि यहां पर कई ऐसे परिवार हैं, जो छठ पूजा पहले से करते आ रहे हैं. इन परिवारों के अलावा नोनीया टोला का एक परिवार है, जो बेटा होने की मन्नत पूरी होने पर इस बार छठ पूजा करेगा.

छठ पूजा करने वाली सहाना खातुन ने बताया कि सालों से बेटा नहीं हो रहा था. किसी ने बताया कि छठ घाट पर जाकर मन्नत मांगने से मुरादें पूरी होती हैं. कोविड काल में छठ घाट पर सहाना खातुन ने मन्नत मांगी, जिसके बाद मन्नत पूरी होने पर इस बार छठ व्रत कर रहीं हैं. सहाना ने बताया कि पूरे विधि-विधान के साथ बाजार से दउरा, सूप, मिट्टी के कलश समेत अन्य सामग्रियों की खरीदारी कर ली है.