Mustard oil-oilseeds, palmolein prices fall; soybean oil and cottonseed oil improve
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ऊंचे दाम पर कमजोर कामकाज के बीच सरसों तेल-तिलहन तथा जाड़े की मांग प्रभावित रहने से पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट आई। दूसरी ओर, शादी-विवाह के मौसम की मांग से सोयाबीन तेल तथा हरियाणा, पंजाब की मांग के कारण बिनौला तेल के दाम में सुधार आया। सामान्य कामकाज के बीच मूंगफली तेल-तिलहन, जाड़े में डी-आयल्ड केक (डीओसी) की मांग बढ़ने के बीच सोयाबीन तिलहन, मामूली पूछताछ के बीच कच्चा पामतेल (सीपीओ) के दाम पूर्वस्तर पर स्थिर रहे।
शिकॉगो एक्सचेंज कल रात सुधार के साथ बंद हुआ था।
सूत्रों ने कहा कि सर्दियों में पामोलीन की मांग प्रभावित रहने से पामोलीन के दाम में गिरावट आई। जबकि सुस्त कामकाज के बीच सीपीओ, मूंगफली तेल-तिलहन के दाम स्थिर बने रहे। जाड़े में डीओसी की स्थानीय मांग होने के बीच सोयाबीन तिलहन के दाम भी स्थिर रहे। जबकि शादी विवाह के मौसम में मांग बढ़ने से सोयाबीन तेल के दाम में सुधार दिखा। मूंगफली से सस्ता होने के कारण स्थानीय छिटपुट मांग बढ़ने से बिनौला तेल के दाम में भी सुधार आया।
उन्होंने कहा कि प्लांट वाले सरसों के दाम कभी घटा देते हैं कभी बढ़ा रहे हैं लेकिन ऊंचे दाम के कारण सरसों की मांग प्रभावित हो रही है जिससे सरसों तेल-तिलहन के दाम में गिरावट आई।
शिकॉगो एक्सचेंज कल रात सुधार के साथ बंद हुआ था।
सूत्रों ने कहा कि सर्दियों में पामोलीन की मांग प्रभावित रहने से पामोलीन के दाम में गिरावट आई। जबकि सुस्त कामकाज के बीच सीपीओ, मूंगफली तेल-तिलहन के दाम स्थिर बने रहे। जाड़े में डीओसी की स्थानीय मांग होने के बीच सोयाबीन तिलहन के दाम भी स्थिर रहे। जबकि शादी विवाह के मौसम में मांग बढ़ने से सोयाबीन तेल के दाम में सुधार दिखा। मूंगफली से सस्ता होने के कारण स्थानीय छिटपुट मांग बढ़ने से बिनौला तेल के दाम में भी सुधार आया।
उन्होंने कहा कि प्लांट वाले सरसों के दाम कभी घटा देते हैं कभी बढ़ा रहे हैं लेकिन ऊंचे दाम के कारण सरसों की मांग प्रभावित हो रही है जिससे सरसों तेल-तिलहन के दाम में गिरावट आई।