कोटाः अर्थी को कंधा देने में दिखाई भाईचारगी

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 19-05-2021
मुस्लिम युवा पुरुषोत्तम शर्मा की अर्थी को कंधों पर श्मशान घाट ले जाते हुए
मुस्लिम युवा पुरुषोत्तम शर्मा की अर्थी को कंधों पर श्मशान घाट ले जाते हुए

 

राकेश चौरासिया / कोटा

कोरोना काल में रिश्ते जब दम हांफने लगे हैं, तब कई लोग धर्म-जाति से ऊपर उठकर इंसानियम की मिसाल कायम कर रहे हैं. ऐसा ही एक वाकया कोटा में दर्ज हुआ, जहां मुस्लिम युवकों ने एक अर्थी को कंधा दिया.

यहां की किशोरपुरा बस्ती में पुरुषोत्तम शर्मा नामक व्यक्ति की अचानक तबियत खराब हो गई. इलाज का कोई फायदा नहीं हुआ और उनकी मृत्यु हो गई.

उस समय घर में केवल पुरुषोत्तम शर्मा की पत्नी ममता ही थीं. एक ओर पति जाने के दुख से ममता गमजदा दुखी थीं. दूसरे कोई रिश्तेदार न तो ढाढस बंधाने आया और न ही अंतिम संस्कार का कोई बंदोबस्त हो पाया.

क्षेत्रीय पार्षद सलीना शेरी को पता चला कि पुरुषोत्तम का शव अंतिम संस्कार की प्रतीक्षा कर रहा है, तो उन्होंने मौके पर मुस्लिम युवाओं को भेजा और दाह संस्कार का इंतजाम करवाया.

मुस्लिम युवा अपनी सहज बुद्धि से अर्थी का सामान लाए और अर्थी बनाकर शव को मुक्तिधाम ले गए, जहां हिंदू रीति से पुरुषोत्तम का दाह संस्कार किया गया. शव को उनकी पत्नी ममता ने मुखाग्नि दी.

श्मशान में पार्षद सलीना शेरी के अलावा सलीम शेरी, शाहिद अली, मोहम्मद फरीद, जहीर खान, जाकिर, शाहरुख मौजूद थे.कोटा. कोरोना काल में रिश्ते जब दम हांफने लगे हैं, तब कई लोग धर्म-जाति से ऊपर उठकर इंसानियम की मिसाल कायम कर रहे हैं. ऐसा ही एक वाकया कोटा में दर्ज हुआ, जहां मुस्लिम युवकों ने एक हिंदू युवक की अर्थी को कंधा दिया.

यहां की किशोरपुरा बस्ती में पुरुषोत्तम शर्मा नामक व्यक्ति की अचानक तबियत खराब हो गई. इलाज का कोई फायदा नहीं हुआ और उनकी मृत्यु हो गई.

उस समय घर में केवल पुरुषोत्तम शर्मा की पत्नी ममता ही थीं. एक ओर पति जाने के दुख से ममता गमजदा दुखी थीं. दूसरे कोई रिश्तेदार न तो ढाढस बंधाने आया और न ही अंतिम संस्कार का कोई बंदोबस्त हो पाया.

क्षेत्रीय पार्षद सलीना शेरी को जब इस बात का पता चला, तो उन्होंने मौके पर मुस्लिम युवाओं को भेजा और दाह संस्कार का इंतजाम करवाया.

मुस्लिम युवा अपनी सहज बुद्धि से अर्थी का सामान लाए और अर्थी बनाकर शव को मुक्तिधाम ले गए, जहां हिंदू रीति से पुरुषोत्तम का दाह संस्कार किया गया. शव को उनकी पत्नी ममता ने मुखाग्नि दी.

श्मशान में पार्षद सलीना शेरी के अलावा सलीम शेरी, शाहिद अली, मोहम्मद फरीद, जहीर खान, जाकिर, शाहरुख मौजूद थे.