मंगलोर. सूरथकल का मुस्लिम ऐक्यता वेदिक नामक संगठन 19 वर्षीय मोहम्मद मसूद और 22 वर्षीय मोहम्मद फाजिल की हत्या की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को नहीं सौंपे जाने पर कर्नाटक सरकार के खिलाफ 9 सितंबर को सूरथकल में विरोध प्रदर्शन करेगा.
वेदिके के कानूनी सलाहकार उमर फारूक नेयहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने अभी तक मसूद और फाजिल की हत्या की जांच एनआईए को नहीं सौंपी है. हालांकि कहा जाता है कि यह हत्या से जुड़ा हुआ है. भाजपा युवा मोर्चा के नेता 34 वर्षीय प्रवीण नेट्टा हत्या की जांच एनआईए कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने अब तक दो हत्याओं में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधानों को लागू नहीं किया है.
फारूक ने कहा कि राज्य सरकार ने मसूद और फाजिल के परिवार के सदस्यों को कोई मुआवजा नहीं दिया है. हालांकि मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा था कि वे अपने परिवार के सदस्यों से मिलेंगे, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं किया है. फारूक ने कहा कि वेदिक उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने पर विचार कर रहे हैं. हमने संबंधित दस्तावेजों के साथ विशेषज्ञों से संपर्क किया है. एनआईए जांच की मांग को लेकर रिट याचिका दायर करने पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा. उन्होंने दक्षिण कन्नड़ जिला प्रशासन से कहा कि वे वेदिक सदस्यों को 2 सितंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपने के लिए सक्षम करें.
फाजिल के पिता फारूक और वेदिके अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ बदरिया मौजूद थे. 20 जुलाई को सुलिया तालुक के कलांजा गांव में आठ लोगों के हमले में मसूद की मौत हो गई थी. 26 जुलाई को बेल्लारे में उसकी चिकन की दुकान के बाहर 34 वर्षीय प्रवीण की हत्या कर दी गई थी. दो दिन बाद, 28 जुलाई को शहर के सूरथकल में मोहम्मद फाजिल की एक कपड़ा दुकान के बाहर हत्या कर दी गई थी.