मुंबई के पूर्व सीपी परमवीर सीबीआई जांच को सुप्रीम कोर्ट जाएंगे

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 22-03-2021
मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह
मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह

 

मुंबई. मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है.

उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले सिंह ने देशमुख पर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे.

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने गृह मंत्री देशमुख को दी क्लीन चिट

उधर, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख को क्लीन चिट दे दी है और कहा है कि मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परम बीर सिंह के पत्र में लगाए गए गए देशमुख के खिलाफ आरोप ‘अस्पष्ट’ हैं.

पवार ने सोमवार को दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “5फरवरी से 15फरवरी तक, देशमुख को कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अस्पताल ने एक प्रमाण पत्र जारी किया है .. 16से 27फरवरी तक, वह होम क्वारंटीन में थे. अगर आप मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर के पत्र को देखते हैं, तो उसमें उल्लेख है कि फरवरी के मध्य में उन्हें कुछ अधिकारियों द्वारा सूचित किया गया था कि उन्हें महाराष्ट्र के गृह मंत्री से ऐसा करने का निर्देश मिला है.”

महाराष्ट्र के गृह मंत्री की बर्खास्तगी की भाजपा की मांग पर पवार ने कहा, “जिस अवधि के दौरान देशमुख के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं, उस दौरान वो अस्पताल में भर्ती थे. इसलिए, उनकी बर्खास्तगी की मांग का कोई मतलब नहीं है.”

पवार ने आरोप लगाया कि मुंबई पुलिस के पूर्व शीर्ष अधिकारी के पास कोई सबूत नहीं है और इसलिए देशमुख को इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि यह आरोप उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास पाए गए विस्फोटक से लदे एसयूवी की घटना की जांच को पटरी से उतारने के लिए लगाया गया है.

अंडरवर्ल्ड और परमवीर के संबंधों के जांच की मांग

इसके अलावा, पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह और मुंबई पुलिस इंस्पेक्टर अनूप एस. डांगे को लेकर एक नया विवाद सामने आया है, जिसमें इंस्पेक्टर ने अंडरवर्ल्ड संग ताल्लुकात रखने वाले ‘संदिग्ध पात्रों’ जितेंद्र नवलानी और भरत शाह संग सिंह के संबंधों की जांच की मांग की है. फरवरी में महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को लिखे एक पत्र में डांगे ने कहा कि 22नवंबर, 2019में जीतू नवलानी ने उस वक्त उन्हें धमकाया था, जब ब्रीच कैंडी इलाके में वह वक्त पर पबों को बंद कराने का काम कर रहे थे.

उस वक्त एंटी करप्शन के महानिदेशक रहे परम बीर सिंह के साथ करीबी संबंध होने का दावा कर डर्टी बन्स सोबो क्लब के मालिक नवलानी ने उन पर दबाव बनाने की कोशिश की थी.

उसी रात संयोगवश उसी इलाके में फिल्मों के फाइनेंसर और बिजनेसमैन भरत शाह के पोते यश राजीव मेहता ने एक पुलिस कॉन्स्टेबल के साथ बदसलूकी की, जिसके बाद डांगे ने मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की थी.

फरवरी, 2020 में मुंबई पुलिस आयुक्त के रूप में अपना कार्यभार संभालने के बाद सिंह ने नवलानी मामले में कोई चार्जशीट दायर न करने का आदेश दिया.