लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी तालिब हुसैन बीजेपी का सदस्य नहींः रविंदर रैना

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 04-07-2022
लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी तालिब हुसैन बीजेपी का सदस्य नहींः रविंदर रैना
लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी तालिब हुसैन बीजेपी का सदस्य नहींः रविंदर रैना

 

हैदराबाद. जम्मू और कश्मीर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रमुख रविंदर रैना ने सोमवार को कहा कि रियासी जिले से पकड़ा गया लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का मोस्ट वांटेड आतंकवादी तालिब हुसैन न तो ‘भाजपा का सक्रिय सदस्य और न ही प्राथमिक सदस्य’ है.

रैना ने कहा, ‘‘तालिब हुसैन न तो बीजेपी के सक्रिय सदस्य हैं और न ही प्राथमिक सदस्य हैं. एक पत्र सर्कुलर था, जिसके आधार पर माना जा रहा है कि शेख बशीर बीजेपी माइनॉरिटी फ्रंट, जम्मू-कश्मीर के अध्यक्ष हैं और उन्होंने ने 9 मई को तालिब हुसैन को नियुक्त किया था.’’

उन्होंने उन रिपोर्टों को फर्जी करार दिया, जिनमें दावा किया गया था कि लश्कर-ए-तैयबा के उन दो सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक पार्टी के आईटी सेल का प्रभारी था, जिन्हें स्थानीय लोगों ने काबू कर पुलिस को सौंप दिया था.

भाजपा नेता ने आगे कहा कि उसके बाद हुसैन ने खुद एक पत्र प्रसारित किया था और 18 मई को पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.

रैना ने कहा, ‘‘कुछ साल पहले, तालिब हुसैन अपने तीन सहयोगियों के साथ एक मीडियाकर्मी के रूप में भाजपा कार्यालय में आता था. उन्होंने कई बार मेरा साक्षात्कार भी लिया था, वह खुद को ‘न्यू सेहर’ नाम के एक यूट्यूब चैनल का रिपोर्टर कहते थे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक पत्रकार के तौर पर हुसैन ने भाजपा कार्यालय में कई बार हमारे साथ तस्वीरें क्लिक कीं. पाकिस्तानी आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर के भाजपा के प्रधान कार्यालय को निशाना बनाना चाहता था. यह लक्षित माध्यम से किया गया है और इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में अभी और कुछ कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच चल रही है. न केवल भाजपा, बल्कि अन्य राजनीतिक दलों के सभी कार्यालयों को अब और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.’’

रविवार को जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में ग्रामीणों ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादियों को पकड़ लिया और उन्हें पुलिस को सौंप दिया.

तालिब हुसैन के साथ, लश्कर-ए-तैयबा के एक अन्य आतंकवादी की पहचान फैजल अहमद डार के रूप में हुई है.

जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, पुलिस और सेना के लगातार दबाव के बाद आतंकी टक्सन ढोक गांव में शरण लेने पहुंचे थे. इनकी पहचान राजौरी के तालिब हुसैन और पुलवामा के फैसल अहमद डार के रूप में हुई है.

पुलिस ने कहा कि तालिब हुसैन पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी कासिम के लगातार संपर्क में था और राजौरी जिले में आईईडी विस्फोटों के कम से कम तीन मामलों में शामिल था.

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ग्रामीणों के प्रयास की सराहना करते हुए रियासी जिले में आतंकवादियों को पकड़ने वाले बहादुर ग्रामीणों के लिए 5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की.