जम्मू-कश्मीरः भारतीय सेना ने गुज्जर और बक्करवाल मेला लगाया

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 09-09-2022
जम्मू-कश्मीरः भारतीय सेना ने गुज्जर और बक्करवाल मेला लगाया
जम्मू-कश्मीरः भारतीय सेना ने गुज्जर और बक्करवाल मेला लगाया

 

डोडा. जम्मू और कश्मीर के डोडा जिले में भारतीय सेना ने गुरुवार को गुर्जर और बक्करवाल भोजन का आयोजन किया. स्थानीय लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और दूरदराज के इलाकों में आबादी तक पहुंचने के लिए एक निरंतर अभियान के हिस्से के रूप में, भारतीय सेना, डोडा ने डोडा जिले के सुदूर भगवा क्षेत्र में स्थित ड्रामन के हरे-भरे घास के मैदानों में गुज्जर और बक्करवाल मेला, हॉर्स रेस, मेडिकल और पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया.

ग्रीष्मकाल की शुरुआत के साथ हर साल उधमपुर, रियासी, अनंतनाग जम्मू और राजौरी जैसे क्षेत्रों से हजारों गुज्जर और बक्करवाल लाल द्रमन और उसके आसपास के क्षेत्रों के हरे-भरे चरागाहों में आते हैं. भारतीय सेना वर्ष 2012 से इस कार्यक्रम का आयोजन घुमंतू आबादी की शिकायतों को दूर करने और मुख्यधारा में लाने के लिए कर रही है.

ऊबड़-खाबड़ इलाके में बेहद लोकप्रिय कार्यक्रम आयोजित करने के लिए एक महीने की तैयारी और निरंतर प्रयास करना पड़ा. दो दिनों में आयोजित घुड़दौड़ में कुल 72 गुर्जर और बक्करवाल घुड़सवारों ने भाग लिया और इस अनोखे आयोजन के लिए दूर-दूर से आए 1000 से अधिक स्थानीय लोगों ने भाग लिया. साथ ही चिकित्सा एवं पशु चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया.

चिकित्सा शिविर के दौरान कुल 376 गुर्जर व बक्करवाल पुरूष, महिला एवं बच्चों को निरूशुल्क दवा एवं चिकित्सा सुविधा प्रदान की गयी. भेड़, बकरी, घोड़ों और मवेशियों सहित 158 जानवरों की भी जांच की गई और उन्हें चिकित्सा देखभाल प्रदान की गई. इस कार्यक्रम में बच्चों के लिए मनोरंजक खेल, लोक संगीत, वयस्कों के लिए नृत्य और मनोरंजन के खेल भी शामिल थे.

शिविर में मेजर जनरल अजय कुमार, जीओसी डेल्टा फोर्स, ब्रिगेडियर समीर के पलांडे, कमांडर 9 सेक्टर आरआर, कर्नल अंकुर शर्मा, कमांडिंग ऑफिसर, 10 राष्ट्रीय राइफल्स के साथ प्रवासी आबादी को प्रेरित करने के लिए उपस्थित थे.

नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम को देखने के लिए लाल धर्मन का दौरा किया और स्थानीय आबादी के साथ बातचीत कर उनकी शिकायतों का समाधान किया. मुख्य अतिथि ने गुर्जरों और बक्करवालों को संबोधित करते हुए उन्हें उनकी सुरक्षा और जीवन स्तर के उत्थान के लिए भारतीय सेना के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया.

कार्यक्रम के दौरान हमारे अपने स्थानीय बैंड ‘बैंड ऑफ डोडा’ के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया गया था और स्थानीय संगीत दृश्य को बढ़ावा देने और नई प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए भारतीय सेना द्वारा विभिन्न प्रकार के संगीत वाद्ययंत्रों से लैस किया गया था. इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देते हुए हमारे क्षेत्र के युवाओं में खेल की भावना पैदा करने के साथ-साथ यह उत्सव एक बड़ी सफलता थी.