मुंबई. पिछले दस से बारह दिनों में हज 2022 के लिए आवेदनों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. 8 जनवरी को आवेदनों की संख्या 53,000 से बढ़कर 62,000 हो गई, जो एक अच्छा संकेत है. इस बीच, भारत की हज समिति के सीईओ, याकूब शेख ने आशा व्यक्त की है कि भारत और सऊदी अरब के बीच हज पर द्विपक्षीय समझौते को और बढ़ाया जाएगा.
गौरतलब है कि 8 जनवरी को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और राज्यसभा के उपनेता मुख्तार अब्बास नकवी ने हज प्रशिक्षण का उद्घाटन किया था. तब हज के लिए 53 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं.
हज कमेटी के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी याकूब शेख ने कहा कि 31 जनवरी आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि है. और संभावना है कि अगले दस-ग्यारह दिनों में इसमें और इजाफा होगा और इसी बीच अगर भारत और सऊदी अरब के बीच आपसी सहमति बनती है, तो संख्या और बढ़ जाएगी.
हज कमेटी ने नारा दिया है कि आपदा का अंत, लोगों का स्वास्थ्य, सुरक्षा के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली की ताकत, एहतियात और प्रार्थना ही तीर्थयात्रा को संभव बनाएगी. हज 2022 लोगों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और सुरक्षा को प्राथमिकता देकर सुविधाओं और सुधारों को पूरा करने का एक प्रयास है.
उन्होंने कहा कि हज पूरी तरह से डिजिटल हो गया है. हज यात्री खुद ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं और मोबाइल का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख 31 जनवरी है. फिलहाल 50 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हो चुके हैं और मुहर्रम के बिना जाने की इच्छा रखने वाली एक महिला तीर्थयात्री को शामिल किया गया है.
उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी महरम के बिना हज करने वाली महिलाओं के आवेदन प्राप्त हुए हैं.
मुख्य कार्यकारी अधिकारी याकूब शेख ने आश्वासन दिया कि हज समिति के अधिकारी और कर्मचारी एकजुट हैं. सुनो, फिलहाल सऊदी सरकार ने कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है, लेकिन कुछ निर्देशों के अनुसार हज की तैयारी चल रही है और ट्रेनर को हाल ही में प्रशिक्षित किया गया है.
(एजेंसी)