मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली / कोलकाता
देश के साथ पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के बिगड़ते हालात के बीच आज सुबह से पांच वें चरण का मतदान शुरू हो गया. चुनाव आयोग को भी इस प्रदेश के बिगड़ेे हालात का अंदाजा है, इसलिए उसने कोरोना गाइड लाइन के मददेनजर कई दिशा-निर्देेश जारी किए हैं. मसलन अब शाम सात बजे से सुबह 10 बजे तक चुनाव प्रचार नहीं हो पाएगा. बूथों पर भी धारा 144 लगा दी गई है.
पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, पिछले चैबीस घंटे तक इस सूबे में कोरोना के कुल 6,43,885 मामले सामने आ चुके हैं. इस प्रदेश में इस दौरान 10, 566 मौतें दर्ज हुई हैं. दो से 15 अप्रैल तक सूबे में कोरोना के 48.696 नए मामले दर्ज किए गए. पिछले चैबीस घंटे में 26 लोग कोरोना से जान गंवा चुके हैं.
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग से बाकी बचे चरणांे के मतदान एक साथ कराने की अपली की थी. हालांकि,आयोग ने इसपर अभी कोई ध्यान नहीं दिया है. बहरहाल, कोरोना महामहारी के बीच आज सुबह पश्चिम बंगाल के पांचवें चरण का मतदान शुरू हो गया. इस दौरान 45 सीटों पर 342 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है.
चुनाव का यह चरण उत्तर बंगाल के 13 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला है. इनमें दार्जिलिंग की पांच, कलिम्पोंग में एक, और जलपाईगुड़ी की सात
सीटें शामिल हैं.
यह 45 सीटें जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग, दार्जिलिंग और नदिया के एक हिस्से, उत्तर 24 परगना और पूर्वा बर्धमान को कवर करते, जहां 15,789 मतदान केंद्रों पर मतदाता उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर रहे हैं.
शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों की 1,071 कंपनियों की तैनाती के साथ इस चरण की सुरक्षा बढ़ाई गई है. 15,790 पुलिस अधिकारी ड्यूटी पर हैं. संवेदनशील इलाकों में 118 कंपनियां तैनात की गई हैं. इस बीच पिछले चैबीस घंटे में पश्चिम बंगाल में 6,910 नए कोविड मामले सामने आए हैं.
सिलीगुड़ी में माकपा के अशोक भट्टाचार्य का भाजपा उम्मीदवार शंकर घोष और टीएमसी के ओमप्रकाश मिश्रा से त्रिकोणीय मुकाबला है. भट्टाचार्य, सिलिगुड़ी के पूर्व मेयर एवं उत्तर बंगाल केप्रमुख कम्युनिस्ट नेता हैं