रायपुर. छत्तीसगढ़ प्रदेश के बीजापुर के जंगल में सुरक्षा बल और नक्सलियों के मुठभूड़ में 18 से अधिक नक्सलियों के मारे जानी की खबर है, जबकि नौ घंटे की इस आॅपरेशन के दौरान सुरक्षा बल के 22 जवानों के भी शहीद होने की खबर है. मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों ने राॅकेज लांचर और हथगाले से हमला किया. एक समाचार एजेंसी के अनुसार, सीआरपीएफ के सात जवान लापता हैं
रविवार को इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया. इस संघर्ष में 20 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हैं.घायल सैनिकों के बारे में बताया जा रहा कि वे अभी खतरे से बाहर हैं.इसके साथ कॉर्डन सैन्य रणनीति (इलाके में घेराबंदी कर विद्रोहियों की तलाश) के तहत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), राज्य पुलिस के डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक संयुक्त टीम द्वारा इलाके में तलाशी अभियान की शुरुआत की गई है.
सीआरपीएफ के आईजी (ऑपरेशंस) सी. जी. अरोड़ा ने आईएएनएस को बताया, ‘‘हमने सात लापता सीआरपीएफ के जवानों का पता लगाने के लिए सुबह ऑपरेशन शुरू किया है.शनिवार को रात हो जाने के चलते ऑपरेशन को रोकना पड़ा था.हमने अब तक अपने दो सीआरपीएफ और तीन डीआरजी कर्मियों को खो दिया है.हालांकि, घायल होने वाले जवान अभी खतरे से बाहर हैं.‘
अरोड़ा ने कहा कि नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद होने वाले सीआरपीएफ के दो जवानों में एक केंद्रीय सशस्त्र बल की इकाई कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रिसॉल्यूट एक्शन) से थे और दूसरे बस्तारिया बटालियन से संबंधित थे.
अभियान में शहीद हुए जवानों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘‘शांति के विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी.‘
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए हमारे बहादुर सुरक्षाकर्मियों के बलिदान को मैं नमन करता हूं.राष्ट्र उनकी वीरता को कभी नहीं भूलेगा.मेरी संवेदना उनके परिवारों के साथ है.हम शांति और प्रगति के इन दुश्मनों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करता हूं.‘
तर्रेम थाना क्षेत्र के तेकुलागुदेम के पास घटनास्थल पर दो नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं.इसी इलाके के एक घने जंगल में शनिवार दोपहर को 300 से ऊपर नक्सलियों के एक समूह के साथ गोलीबारी की घटना शुरू हुई थी.इसमें नक्सलियों को अधिक नुकसान होने की खबर है