एएमयू ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी भूमिका दिखाने वाली विशेष गैलरी का उद्घाटन किया

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 15-08-2022
एएमयू ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी भूमिका दिखाने वाली विशेष गैलरी का उद्घाटन किया
एएमयू ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी भूमिका दिखाने वाली विशेष गैलरी का उद्घाटन किया

 

अलीगढ़. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने सोमवार को भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी भूमिका पर विश्वविद्यालय परिसर में एक विशेष गैलरी का उद्घाटन कर 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाया. गैलरी का उद्घाटन एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने मौलाना आजाद पुस्तकालय में किया.

इस अवसर पर मंसूर ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में एएमयू के पूर्व छात्रों की भूमिका आधुनिक भारत के इतिहास का एक सुनहरा अध्याय है. आज, राजा महेंद्र प्रताप, मौलाना हसरत मोहनी, मौलाना मोहम्मद अली जौहर, खान अब्दुल गफ्फार खान, अब्दुल मजीद ख्वाजा और डॉ जाकिर हुसैन सहित स्वतंत्रता आंदोलन के ऐसे दिग्गजों की भूमिका को उजागर करना अनिवार्य है.

मंसूर ने कहा कि गैलरी की स्थापना आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के दौरान मुख्य रूप से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर की गई थी, जिन्होंने एएमयू शताब्दी समारोह में अपने संबोधन में एएमयू समुदाय से स्वतंत्रता आंदोलन में अपने पूर्व छात्रों की भूमिका को उजागर करने का आग्रह किया था.

एएमयू की उर्दू अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ राहत अबरार, जो वर्तमान में गैलरी की आयोजन समिति के सदस्य हैं, ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े कई ऐतिहासिक कार्यक्रम थे, जो एएमयू में स्वतंत्रता आंदोलन के प्रारंभिक चरणों में हुए  थे. उन्होंने कहा कि इंकलाब जिंदाबाद का नारा किसी और ने नहीं, बल्कि मौलाना हसरत मोहनी ने गढ़ा था, जिन्हें ब्रिटिश सरकार के कहने पर मुहम्मडन एंग्लो-ओरिएंटल कॉलेज से निकाल दिया गया था. अबरार ने कहा कि यह ऐतिहासिक नारा था, जिसने असहयोग आंदोलन के दौरान भारतीय जनता को ऊर्जा दी थी.