दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार, फिर भी ‘खराब’ श्रेणी में; शहर पर छाई हल्की धुंध

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 11-12-2025
Air quality in Delhi-NCR shows slight improvement, but remains in the 'poor' category; a light haze hangs over the city.
Air quality in Delhi-NCR shows slight improvement, but remains in the 'poor' category; a light haze hangs over the city.

 

नई दिल्ली

राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता में गुरुवार को हल्का सुधार दर्ज किया गया, लेकिन प्रदूषण का स्तर अब भी ‘खराब’ (Poor) श्रेणी में बना हुआ है। शहर के कई इलाक़ों में सुबह हल्की धुंध की परत देखी गई, जिससे दृश्यता प्रभावित रही।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सुबह 8 बजे दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 287 दर्ज किया गया।

शहर के विभिन्न मॉनिटरिंग स्टेशनों पर प्रदूषण स्तर लगातार ‘खराब’ श्रेणी में रहा। सुबह 8 बजे तक प्रमुख स्थानों का AQI इस प्रकार रहा:

  • आया नगर: 246

  • बुराड़ी: 295

  • द्वारका: 289

  • लोदी रोड: 233

वहीं आनंद विहार और दिल्ली कैंटोनमेंट में प्रदूषण स्तर और भी अधिक रहा, जहां AQI 302 तक पहुंच गया, जो ‘बहुत खराब’ (Very Poor) श्रेणी में आता है।

अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी स्थिति चिंताजनक रही—

  • अशोक विहार: 332

  • बवाना: 335

  • ITO दिल्ली: 310

  • चांदनी चौक: 309

  • अलीपुर: 315

ये सभी क्षेत्र ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहे, जो दर्शाता है कि दिल्ली में प्रदूषण का दायरा व्यापक है।

AQI वर्गीकरण और स्वास्थ्य प्रभाव

CPCB के अनुसार 0–500 के AQI को 6 श्रेणियों में बांटा गया है:

  • 0–50: अच्छा (Good)

  • 51–100: संतोषजनक (Satisfactory)

  • 101–200: मध्यम (Moderate)

  • 201–300: खराब (Poor)

  • 301–400: बहुत खराब (Very Poor)

  • 401–500: गंभीर (Severe)

  • अच्छा (0–50): स्वास्थ्य पर लगभग कोई प्रभाव नहीं।

  • संतोषजनक (51–100): सामान्यतः सुरक्षित, लेकिन संवेदनशील समूहों को हल्की परेशानी होती है।

  • मध्यम (101–200): दमा, फेफड़ों या हृदय रोग वाले लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

  • खराब (201–300): लंबे समय तक संपर्क में रहने पर आम लोगों को भी श्वसन संबंधी असुविधा हो सकती है।

  • बहुत खराब (301–400): लंबे संपर्क में रहने पर स्वस्थ व्यक्तियों को भी फेफड़ों और श्वसन रोगों का खतरा।

  • गंभीर (401–500): सभी के लिए खतरनाक; स्वास्थ्य आपात स्थिति जैसी स्थिति पैदा कर सकता है।

दिल्ली में सर्दियों के दौरान 200–300 के बीच का AQI अब सामान्य होता जा रहा है, जो विशेषज्ञों के अनुसार अत्यंत चिंताजनक है।