नई दिल्ली. भारत के औषधि महानियंत्रक ने भारतीय आबादी पर परीक्षण करने के लिए स्पुतनिक वी वैक्सीन श्स्पुतनिक लाइटश् के एकल-खुराक कोविड-19वैक्सीन संस्करण को अपनी मंजूरी दे दी है, ताकि यह जांचा जा सके कि वैक्सीन इसी तरह के परीक्षणों में समान प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया देता है या नहीं. इसने रूसी आबादी पर क्या दिखाया है.
5अगस्त को आयोजित एक विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की बैठक ने दूसरी खुराक के बाद 42वें, 90वें और 180वें दिन भी टीके की प्रभावकारिता के आधार पर परीक्षण की स्थिति का मूल्यांकन करने की सिफारिश की.
एसईसी बैठक में कहा गया, “अंतरिम विश्लेषण 42वें दिन आयोजित किया जा सकता है, क्योंकि यह डेटा भारत में स्पुतनिक वी परीक्षणों के दौरान पहली खुराक के बाद उत्पन्न हुआ था, जिसे 21दिन तक उपलब्ध होने के लिए कहा गया था.”
इससे पहले अप्रैल के महीने में, भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा वैक्सीन के दो-खुराक वाले संस्करण, स्पुतनिक वी को ‘आपातकालीन उपयोग’ के लिए अनुमोदित किया गया था.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल के अनुसार, अब तक भारत में स्पुतनिक वी की 8-9लाख खुराकें दी जा चुकी हैं.
स्पुतनिक लाइट, जो मूल दो-खुराक संरचना की पहली खुराक है, ने 79 प्रतिशत की प्रभावकारिता दिखाई है.