पूजा भट्ट ने ऐसा क्यों कहा, स्टार बनने के बाद मुझे जेंडर प्राब्लम से दो-चार होना पड़ा

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 08-03-2021
पूजा भट्ट
पूजा भट्ट

 

मुंबई. दिग्गज फिल्म निर्माता महेश भट्ट की बेटी, अभिनेत्री-फिल्म निर्माता पूजा भट्ट का कहना है कि जेंडर (लिंग) के मामले को लेकर बात करें तो उनके घर में हमेशा समानता रही. हालांकि, जब मैं फिल्म इंडस्ट्री में आई तो महसूस किया कि यहां जीवन इतना आसान नहीं था. सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पूजा भट्ट ने  कहा, "मैं खुश हूं कि ऐसे माता-पिता के घर जन्म लिया, जहां मां और पापा के लिए अलग-अलग नियम नहीं थे.

ना ही मुझे कभी यह अहसास होने दिया गया कि बेटी होने कारण मुझे किसी विशेष पर राय नहीं देनी चाहिए या मुझे अपनी जिंदगी को लेकर निर्णय नहीं लेना चाहिए. मेरे लिए समस्या तब शुरू हुई जब मैं इंडस्ट्री में आई और स्टार बन गई।" वह कहती हैं कि उद्योग में लोगों ने उनसे एक खास तरह की अपेक्षा की, जो ठीक नहीं थी.

उन्होंने कहा, "हिंदी फिल्मों में नायिका का एक तय पैटर्न था, जिसे मुझे फॉलो करना था. लेकिन मुझे लगा कि मुझे ऐसा क्यों करना चाहिए? बस, इसे लेकर मीडिया के एक हिस्से और मेरे बीच चीजें टकरा गईं. फिर जब जबकि वह मेरे और मीडिया के कुछ वर्गों के बीच घर्षण का बिंदु बन गया था. फिर जब मैंने अच्छा काम किया, तो मुझे सराहना मिली लेकिन मुझे जिस तरह से व्यवहार करने के लिए मैंने उससे इनकार कर दिया."

उन्होंने कहा, "जब मैं निर्माता बनना चाहती थी, तो उसे भी दयालुता से नहीं देखा गया. कहा गया कि आप अभी जवान हैं, आप कैमरे के सामने आना बंद न करें. फिल्में बनाने का काम हम पुरुषों को करने दें." हालांकि, जब पूजा निर्माता बन गईं, तो उन्होंने तय किया कि वे पुरुष और महिला अभिनेताओं के बीच भेदभाव नहीं करेंगी.

वह कहती हैं, "मैंने 10 फिल्में बनाई हैं और मेरी सभी अभिनेत्रियों को अभिनेताओं की तुलना में ज्यादा पैसा दिया गया. इसे लेकर शिकायतें भी की गईं। ऐसा उन फिल्मों में हुआ है जहां महिला किरदार निर्णायक भूमिकाओं में थीं. भूमिका तय करती है कि आप क्या है और आपको कहां खर्च करने की जरूरत है." पूजा जल्द ही महिलाओं पर केंद्रित वेब सीरीज बॉम्बे बेगम में दिखाई देंगी. यह 5 महत्वाकांक्षी महिलाओं की कहानी है.