आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
सिनेमा की दुनिया में एक बात बहुत मशहूर है, जो कोई नहीं कर सकता, वह सर रजनी कर सकते हैं. इस उम्र में भी लाखों दिलों की धड़कनों पर राज करने वाले सुपरस्टार रजनीकांत को इस साल भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा जाएगा.
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने गुरुवार को घोषणा की है कि सुपरस्टार रजनीकांत को 51वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. जावडेकर ने यह घोषणा ट्विटर के जरिए की और रजनीकांत को भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे महान अभिनेताओं में से एक बताया. उन्होंने अभिनेता की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, "साल 2020 के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार की घोषणा करते हुए बहुत खुश हूं कि इस साल यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे महान अभिनेताओं में से एक रजनीकांत जी को उनके अभिनय, निर्माण और पटकथा लेखन के तौर पर दिए गए योगदान के लिए दिया जाएगा. मैं जूरी के सभी सदस्यों आशा भोंसले, सुभाष घई, मोहनलाल और बिस्वजीत चटर्जी को धन्यवाद देता हूं."
भारत में सबसे लोकप्रिय सितारों में से एक रजनीकांत को भारत सरकार द्वारा 2000 में पद्म भूषण और 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है.
रजनीकांत ने तमिल सिनेमा में 'अपूर्व रागंगल' से डेब्यू किया था. उनकी कई हिट फिल्मों में 'बाशा', 'शिवाजी' और 'एंथिरन' जैसी फिल्में हैं. वे अपने प्रशंसकों के बीच थलाइवर (नेता) के रूप में जाने जाते हैं.
बता दें कि दादा साहेब फाल्के पुरस्कार सिनेमा जगत में भारत में दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है. यह भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के फिल्म समारोह निदेशालय द्वारा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के साथ दिया जाता है. यह पुरस्कार पहली बार अभिनेत्री देविका रानी को दिया गया था. वहीं हाल के वर्षो में यह पुरस्कार पाने वालों में अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना, फिल्म निर्माता के. विश्वनाथ और मनोज कुमार शामिल हैं.
--आइएएनएस