2021 की तीसरी तिमाही में नौकरियां स्थिर, लोग आशावान

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 08-06-2021
लोग आशावान
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नई दिल्ली. भारत भर में 1,303 नियोक्ताओं पर किए गए एक सर्वेक्षण ने आगामी तीन महीनों के लिए कमोबेश स्थिर भर्ती (हायरिंग) योजना का संकेत दिया है. मंगलवार को जारी मैनपावरग्रुप एम्प्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे में यह दावा किया गया है.

जिन क्षेत्रों में नौकरी के बाजार का नेतृत्व करने की संभावना है, उनमें परिवहन और उपयोगिताओं (यूटिलिटी) के बाद सेवा क्षेत्र शामिल हैं.

मध्यम आकार के संगठनों में सबसे मजबूत हायरिंग गति दर्ज की गई है, इसके बाद बड़े संगठन क्रमशरू 8 प्लस प्रतिशत और 6 प्लस प्रतिशत के मौसमी रूप से समायोजित दृष्टिकोण के साथ हैं. एक क्षेत्र विशिष्ट दृष्टिकोण से, उत्तर और दक्षिण 6 प्लस प्रतिशत पर समान दृष्टिकोण का संकेत देते हैं.

मैनपावरग्रुप ने कोविड के प्रभाव को शामिल करने के लिए अपने सर्वेक्षण को आगे बढ़ाया, जिसमें उनमें से अधिकांश (46 प्रतिशत) ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्हें नियमित रूप से काम पर रखने की संभावना कब होगी.

केवल 3 प्रतिशत ने भर्ती के पूर्व-महामारी के स्तर पर वापस जाने की उम्मीद नहीं जताई है. जिन लोगों को भर्ती में वृद्धि की उम्मीद है, उनमें 54 प्रतिशत ने उम्मीद जताई कि वे जून 2021 तक काम पर रख लिए जाएंगे.

कुल 40 प्रतिशत उत्तरदाताओं को अपने कर्मचारियों के लिए घर से पूर्णकालिक काम करने की उम्मीद है, जबकि 38 प्रतिशत अपने कर्मचारियों के लिए या तो लचीला या संघनित काम करना चाहते हैं.

दूरस्थ कार्य के बारे में पूछे जाने पर सर्वेक्षण में शामिल अधिकांश संगठनों के लिए कुछ चिंताएं श्रमिकों की भलाई, कंपनी कल्चर, उत्पादकता और नवाचार के इर्द-गिर्द घूमती हैं. 51 प्रतिशत की सबसे बड़ी चिंता यह है कि क्या उनके कर्मचारी कुशलता से सहयोग कर पाएंगे.

सबसे मजबूत भर्ती संभावनाएं उत्तर और दक्षिण में बताई गई हैं, जहां शुद्ध रोजगार दृष्टिकोण 6 प्लस प्रतिशत है. पिछली तिमाही की तुलना में पश्चिम में हायरिंग की संभावनाओं को लेकर 4 प्रतिशत अंक और उत्तर में 2 प्रतिशत अंकों की गिरावट आई हैं.

पूर्व और दक्षिण दोनों में हायरिंग सेंटिमेंट अपेक्षाकृत स्थिर है.