फरहान इसराइली / जयपुर
गुलाबी नगरी जयपुर में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. उद्घाटन के पहले दिन फेस्टिवल में देश की गई जानी मानी हस्तियों ने भाग लिया. पहले दिन उद्घाटन सत्र के बाद गीतकार गुलजार का सेशन आयोजित किया गया.
“बाल- ओ- पर” दी बीटिंग हार्ट ऑफ़ पोएट्री सेशन मैं गुलजार ने अपने दिल की बात बड़ी ही खूबसूरती से रखी. इस दौरान गुलज़ार और रक्षअन्दा जलील के साथ पवन वर्मा ने चर्चा की. गुलज़ार को सुनने के लिए काफ़ी तादाद में लोग उमड़े जिससे फ्रंट लॉन आबाद नजर आया.
ये सेशन इतिहास, कविता और ह्यूमन कनेक्शन के बारे में आधारित रहा. इस दौरान गुलजार द्वारा लिखी गई किताब का विमोचन भी किया गया. पहले दिन गीतकार गुलजार, पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा, RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, माइथोलॉजी राइटर अमीश त्रिपाठी सहित कई लेखकों के सत्रों ने खूब चर्चा बटोरी.
अजय जडेजा ने अपने सत्र में रणजी ट्रॉफी का नाम किस पर रखा गया, उसकी जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेटर वसीम अकरम को सबसे घातक और शानदार गेंदबाज बताया. अमीश त्रिपाठी ने अपने सत्र में धर्म के कॉन्सेप्ट पर बात की.
अमीश बोले- मुझे किसी पर गर्व तो दूसरे से नफरत की जरूरत नहीं राइटर अमीश त्रिपाठी ने कहा- भारत के 76 प्रतिशत मुस्लिमों ने कहा है कि वो धर्म के कॉन्सेप्ट में विश्वास रखते हैं. यह भारत की खूबसूरती को दिखाता है. अगर मुझे मेरी किसी बात पर गर्व है तो मुझे दूसरे से नफरत करने की जरूरत नहीं है. उसकी भी खूबसूरती देखनी चाहिए। भारत बहुत ही शांत जगह है.
देवो के देव हैं कपिल देव
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी अजय जडेजा ने कहा कि क्रिकेट प्रेमियों और आम लोगों के लिए कपिल देव सिर्फ कपिल देव हैं. लेकिन हमारे लिए वे 'देवों के देव' हैं।उनके जैसा खिलाड़ी न कोई था और न होगा। दक्षिण अफ्रीका दौरे का एक किस्सा बताते हुए बोले, जिम्बाब्वे में खेलने के बाद टीम दक्षिण अफ्रीका गई थी.
प्रैक्टिस में बॉल कपिल देव के आंख पर लगी और 12 टांके आए. आज के हालात में कोई भी क्रिकेटर मैदान पर इस हालत में नहीं जाता,लेकिन कपिल देव 12 टांके लगे होने के बावजूद मैदान पर उतरे और शानदार प्रदर्शन किया.
रघुराम राजन बोले नौकरियां घटी
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के एक सेशन में आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि अगर आप इंडियन अपॉइंटमेंट का पैटर्न देखें तो पिछले 10 सालों में इसका ग्राफ नीचे की तरफ जा रहा है। अगर 7 प्रतिशत की ग्रोथ हुई है तो वह एग्रीकल्चर में हुई है.
आज लोग एग्रीकल्चर में वापस जा रहे हैं, क्योंकि उनके पास बाहर पर्याप्त जॉब्स नहीं हैं. राजन ने अलग-अलग राज्यों में हो रही ईडी कार्रवाई पर अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र के लिए एक खतरा है. सिर्फ विपक्षियों को जेल में डाल देने से ही सब कुछ नहीं होगा. अगर विपक्षी ही जेल में होंगे तो फिर हमारे पास क्या चॉइस रहेगी.
इस अवसर पर, फेस्टिवल के निर्माता संजोय के रॉय ने जेएलएफ के पहले संस्करण के बाद से इसके ‘चमत्कारी’ सफर को रेखांकित किया. आयोजकों के अनुसार, जेएलएफ में पिछले साल करीब तीन लाख लोग आये थे.
रॉय ने कहा, ‘‘पहले आयोजन में प्रबंधकों ने कहा कि 230 सीटें हैं तो मेरा जवाब था कि, ‘साहित्य उत्सव के लिए जयपुर कौन आएगा, 140 सीटें निकालो, 100 ही रखो।’ खैर, लोग आए, वे दुनिया भर से आए, अमेरिका से, यूके, जर्मनी, यूरोप और पूरे भारत से.’’
उन्होंने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, ‘‘पहले साल में 6,000 लोग आए, दूसरे में 15,000, तीसरे में 30,000, चौथे में 60,000, और यह सब डिग्गी पैलेस (उत्सव का की पुरानी जगह) में शुरू हुआ.’’
फेस्टिवल का आयोजन 5 फरवरी तक होगा
इससे पहले साहित्य के महाकुंभ के रूप में अपनी अनूठी पहचान रखने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 17वें संस्करण का आज होटल क्लार्क्स आमेर में आगाज हुआ. उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने इसका उद्घाटन किया.
इसमें देश-दुनिया के 550 साहित्यकार, लेखक और संपादक बतौर स्पीकर शिरकत करेंगे. इससे पहले सुबह लोक कलाओं और संगीत की प्रस्तुति हुई. उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि जयपुर लिटरेचर से जयपुर और राजस्थान की पर्यटन इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को फायदा होगा.
उन्होंने कहा कि पांच दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल से साहित्य प्रेमियों को प्रसिद्ध साहित्यकारों और लेखकों को सुनने का अवसर मिलेगा। बता दें कि जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन 5 फरवरी तक होगा.