श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम हसन मीर ने सोमवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेताओं के कश्मीर में निवेश के बयान पर प्रतिक्रिया दी. श्रीनगर में गुलाम हसन मीर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "दुनिया अपने उद्योग, रोजगार, पर्यटन और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए निवेश की तलाश में है. लेकिन कश्मीर में एनसी नेता लोगों से कह रहे हैं कि अगर कश्मीर में निवेश आया तो लोग अपनी पहचान खो देंगे."
उन्होंने कहा, "क्या गरीबी, बेरोजगारी, हमारे युवाओं के पुलिस स्टेशनों में रिपोर्ट करना, हिंसा और उसके परिणामों का सामना करना एनसी नेताओं की नजर में कश्मीरियों की वास्तविक पहचान का प्रतिनिधित्व करता है?"
एनसी ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया और फिर कहा कि यह एक गलती थी. एनसी नेताओं के अनुसार, भाजपा का कश्मीर में कोई अस्तित्व ही नहीं है. यदि कश्मीर में भाजपा का अस्तित्व नहीं है तो वे इस बात से चिंतित क्यों हैं कि भाजपा कश्मीर लोकसभा चुनाव में किसी अन्य पार्टी का समर्थन करेगी?
उन्होंने कहा कि एनसी मुफ्त शिक्षा के प्रसार का श्रेय अपने संस्थापक दिवंगत शेख मोहम्मद अब्दुल्ला को दे रही है. वे यह क्यों नहीं कहते कि जम्मू-कश्मीर में मुफ्त शिक्षा की शुरुआत महाराजा हरि सिंह ने की थी, जिन्होंने बच्चों के लिए स्कूल जाना अनिवार्य कर दिया था?
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