वाशिंगटन. अमेरिका ने अफगानिस्तान में एक प्रकार की सजा के रूप में विच्छेदन और फांसी को बहाल करने की तालिबान की योजनाओं की कड़ी निंदा की है.
शुक्रवार को एक प्रेस के दौरान, विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि अमेरिका अफगान लोगों के साथ खड़ा है, विशेष रूप से अल्पसंख्यक समूहों के सदस्यों के साथ. अमेरिका मांग करता है कि तालिबान इस तरह के किसी भी अत्याचारी दुर्व्यवहार को तुरंत बंद कर दे.
नेड प्राइस ने कहा “हम अफगानों के विच्छेदन और निष्पादन की बहाली की सबसे कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. तालिबान जिन कृत्यों के बारे में यहां बात कर रहे हैं, वे मानव अधिकारों के स्पष्ट घोर दुरुपयोग का गठन करेंगे. और हम इस तरह के किसी भी दुर्व्यवहार के अपराधियों को पकड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ खड़े हैं.”
नेड प्राइस ने यह बात उस परिप्रेक्ष्य में ही है, जब एक बयान मीडिया रिपोर्टों कमें आया है कि तालिबान के जेलों के अधिकारी और अफगानिस्तान के पूर्व न्याय मंत्री मुल्ला नूरुद्दीन तुराबी ने कहा है कि देश में फांसी और विच्छेदन जैसे दंड फिर से शुरू होंगे.
अफगान लोगों को समर्थन देते हुए प्राइस ने कहा कि दुनिया उन्हें देख रही है. “अंतरराष्ट्रीय समुदाय बहुत करीब से देख रहा है. और साथ में हमने अफगानिस्तान में किसी भी भावी सरकार के लिए मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रता के सम्मान के महत्व पर लगातार जोर दिया है.”
अफगानिस्तान पर अधिकार करने और अशांत देश में सरकार की घोषणा करने के बाद, तालिबान शासन को मान्यता प्राप्त करने की चुनौती का सामना करना पड़ता है. चीन, पाकिस्तान और कुछ अन्य देशों के अलावा, बाकी दुनिया इस संगठन के आचरण के संबंध में ‘वेट एंड वाच’ की नीति अपना रही है.
विदेश विभाग के प्रवक्ता ने आगे कहा कि दुनिया तालिबान को बहुत करीब से देख रही है, और न केवल बाहर आने वाली घोषणाओं को सुन रही है, बल्कि तालिबान द्वारा खुद को संचालित करने के लिए बहुत करीब से देख रही है.