सूरत
सूरत पुलिस ने एक हिंदू संगठन के नेता की हत्या की योजना बनाने के आरोप में एक मुस्लिम मौलवी को गिरफ्तार किया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी मौलवी को एक टेलीविजन चैनल के मुख्य संपादक के साथ एक विधायक और पार्टी के पूर्व प्रवक्ता सहित तेलंगाना भाजपा नेताओं को धमकी देने के आरोप में भी पकड़ा गया.
आरोपी पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153 (ए) (धर्म, जाति पर अनुचित अपमान या हमले में शामिल होना), 467, 468 और 471 (दस्तावेजों या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड की जालसाजी से संबंधित) और धारा 120 ( बी) आपराधिक साजिश के लिए मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस जांच में पता चला कि 27 वर्षीय आरोपी एक मौलवी है. एक मदरसे में पढ़ाता है. आरोपी पिछले 2 साल से पाकिस्तान के डोंगर नाम के व्यक्ति और नेपाल के सहनाज नाम के व्यक्ति के संपर्क में था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पाकिस्तान और नेपाल ने आरोपी मौलवी को उकसाया था कि भारत में हिंदू संगठनों द्वारा पैगंबर को लगातार बदनाम किया जा रहा है.
सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने कहा कि आरोपी को पाकिस्तान और नेपाल के लोगों के साथ 1 करोड़ रुपये की 'सुपारी' (हत्या की सुपारी) देने और हत्या के लिए पाकिस्तान से हथियार खरीदने की साजिश रचते हुए पाया गया.
सूरत सिटी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि एक शख्स की हरकत देश विरोधी है और इसलिए उस पर नजर रखी जा रही है. उसे सूरत के चौक बाजार इलाके से हिरासत में लिया गया.उसके मोबाइल की जांच की गई. वह पाकिस्तान और नेपाल के लोगों से चैट कर रहा था." उनकी योजना पहले एक हिंदू संगठन के नेता को निशाना बनाने की थी.”
गहलोत ने आगे कहा कि आरोपी को पाकिस्तान और नेपाल के उसके आकाओं द्वारा लाओस में एक सिम कार्ड भी उपलब्ध कराया गया था.एक विज्ञप्ति में कहा गया, "आरोपी ने सांप्रदायिक दुश्मनी फैलाने, भारत के राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीरें अपलोड करने और हिंदू धर्म के बारे में पोस्ट या वीडियो में भद्दी टिप्पणियां करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया.