उधमपुर. उधमपुर में रविवार को एक भव्य नजारा देखने को मिला, जब आगामी भगवान परशुराम जयंती से पहले जिले में एक विशाल शोभा यात्रा निकाली गई. युवा परशुराम दल द्वारा आयोजित जुलूस धार्मिक भक्ति का एक जीवंत प्रदर्शन था जो उधमपुर के कारगिल हनुमान मंदिर से शुरू हुआ.
भव्य यात्रा में भाग लेने के लिए महिलाओं, बच्चों और प्रमुख नागरिकों सहित बड़ी भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी. भगवान परशुराम की स्तुति करने वाले मंत्र और नारे पूरे शहर में गूंजते रहे. जुलूस डोमेल, धार रोड और विभिन्न बाजारों से होकर गुजरा और अंत में उधमपुर के सलेन तालाब में समाप्त हुआ. पूज्य संत स्वामी सुभाष शास्त्री सहित उनके अनुयायियों और अन्य धार्मिक संगठनों के प्रमुखों की उपस्थिति ने इस आयोजन के आध्यात्मिक महत्व को और बढ़ा दिया.
परशुराम जयंती भगवान परशुराम के जन्म के सम्मान में मनाई जाती है, जो भगवान विष्णु के षष्ठम अवतार हैं और युद्ध और तीरंदाजी में अपने असाधारण कौशल के लिए पूजनीय हैं. उन्हें अपने पिता के प्रति समर्पण और धर्म को कायम रखने में उनकी भूमिका के लिए भी जाना जाता है.
भगवान परशुराम का जन्म हिंदू कैलेंडर के दूसरे महीने वैशाख में, चंद्रमा के बढ़ते चरण, शुक्ल पक्ष के तीसरे दिन हुआ था. उनके जन्मदिन को अक्षय तृतीया के रूप में भी मनाया जाता है, जिसे परशुराम जयंती के रूप में भी जाना जाता है, और आमतौर पर अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत में मनाया जाता है.
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