प्रतापगढ़ (यूपी). विनय कुमार की दस किलोमीटर की यात्रा अब उनकी प्रसिद्धि की वजह बन गई है. वह अब उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के अपने बोझी गांव में एक नायक के तौर पर देखे जा रहे हैं. विनय कुमार अपने दोस्तों के साथ शुक्रवार को अपनी बरात राजगढ़ गांव ले गए.
इस बारात की सबसे खास बात यह है कि सारे बाराती साइकिल पर सवार थे और फेस शील्ड और फेस मास्क पहने हुए थे.
पर्यावरण कार्यकर्ता विनय कुमार ने कहा, “मैं एक स्पष्ट संदेश देना चाहता था कि सोशल डिस्टेंसिंग बहुत महत्वपूर्ण है. यह कार या बस में संभव नहीं होगा, इसलिए हम दुल्हन के घर तक साइकिल से गए. यह कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई का मेरा तरीका है.”
विनय प्रतापगढ़ में एक निजी कारखाने में काम करते हैं और पर्यावरण जागरूकता अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं.
जब दूल्हा श्बारातियोंश् के साथ साइकिल पर दुल्हन के गांव पहुंचा, तो स्थानीय लोगों ने उसका उपहास करने के बजाय उसकी प्रशंसा की. स्थानीय लोगों को अनोखी ‘बारात’ की तस्वीरें और वीडियो क्लिक करते भी देखा गया.
विनय के परिवार के सदस्यों ने कहा, उन्होंने महामारी के दौरान अनावश्यक खचरें से बचने और पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने का निर्णय लिया. उन्होंने सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए सीमित संख्या में मेहमानों को आमंत्रित किया.