एनसीपी कार्यसमिति की बैठक में शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 10-09-2022
एनसीपी कार्यसमिति की बैठक में शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया
एनसीपी कार्यसमिति की बैठक में शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया

 

नई दिल्ली. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की वकिर्ंग कमेटी की बैठक कॉन्स्टिट्युशन क्लब में आयोजित की गई, इस बैठक में शरद पवार को एक बार फिर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है, यह प्रस्ताव समिति के सभी सदस्यों ने एकमत से लिया है.

इस बैठक में विपक्षी एकता, अर्थव्यवस्था, किसानों के मुद्दे, महिला सशक्तिकरण जैसे प्रस्तावों चर्चा हुई और केंद्र सरकार पर हमला भी बोला गया. शरद पवार ने बिलकिस बानो मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की. उन्होंने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से महिला सम्मान की बात की और बिलकिस बानो मामले में उन्हीं की गुजरात सरकार ने दोषियों को रिहा कर दिया.

वहीं उन्होंने किसानों के मसले पर भी केंद्र सरकार को घरते हुए कहा, मोदी ने कृषि कानूनों पर किसानों से चर्चा नहीं की और दिल्ली की सीमा पर एक साल तक आंदोलन चलता रहा. इसके अलावा पवार और राकांपा के शीर्ष नेता रविवार को तालकटोरा स्टेडियम में पार्टी के आठवें राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित भी करेंगे. इस दौरान शरद पवार पीएम मोदी के 2022 तक के लिए किए गए वादों पर पुस्तिका भी जारी कर सकते हैं.

कंस्टीटूशन क्लब में बैठक करीब ढाई घंटे चली इस दौरान एनसीपी प्रफुल्ल पटेल नें कहा, शरद पवार निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं और कल दिल्ली में शरद पवार की अध्यक्षता में पार्टी का अधिवेशन होगा. वहीं कार्यसमिति मीटिंग में सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों पर प्रस्ताव लाए गए हैं.

जानकारी के अनुसार, प्रफुल पटेल नें भारत चीन सीमा मामले, देश में चल रहे निजीकरण को लेकर भी सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, सरकार इसमें फेल हुई है. वहीं ओबीसी आरक्षण का हल नहीं निकला है. केंद्र द्वारा ओबीसी की जनगणना की घोषणा की जानी चाहिए और एससी -एसटी और ओबीसी को अधिकार मिलना चाहिए. धार्मिक मुद्दों पर तनाव बनाया जा रहा है, हर जगह अराजकता फैली हुई है.

उन्होने आगे कहा, नीतीश कुमार एनडीए छोड़ चुके हैं, विरोधियों में अब भी अनबन है. विरोधियों को एक साथ लाने की जरूरत है. शरद पवार इसमें अहम भूमिका निभा सकते हैं. आगे गुजरात कर्नाटक में चुनाव हैं. एनसीपी पार्टी चुनाव का सामना करेगी. कोरोना के कारण राष्ट्रीय दलों के चुनाव में देरी हुई. हमने चुनाव आयोग को सूचित कर दिया है. एनसीपी के लाखों प्राथमिक सदस्य बन गए हैं.