नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती स्थित दुकान के मालिक उमेश कोल्हे की निर्मम हत्या की जांच करने का निर्देश दिया है. उन्होंने फेसबुक पर नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट लिखी थी.
गृह मंत्री कार्यालय ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से यह घोषणा की, क्योंकि मामला उदयपुर के मामले से मिलता-जुलता था, जिसमें एक दर्जी कन्हैया लाल तेली की दिनदहाड़े दो लोगों द्वारा हत्या कर दी गई थी.
एचएमओ इंडिया ने ट्वीट किया, ‘‘एमएचए ने 21 जून को अमरावती महाराष्ट्र में उमेश कोल्हे की बर्बर हत्या से संबंधित मामले की जांच एनआईए को सौंप दी है.’’
ट्वीट में निर्देश दिया गया है कि ‘‘हत्या के पीछे की साजिश, संगठनों की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की गहन जांच की जाएगी’’.
उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल तेली की हत्या से ठीक एक हफ्ते पहले, 54 वर्षीय रसायनज्ञ उमेश प्रह्लादराव कोल्हे की 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती जिले में हत्या कर दी गई थी.
जांचकर्ताओं का अब तक मानना है कि कोल्हे को कथित तौर पर भाजपा की नुपुर शर्मा का समर्थन करने वाली एक सोशल मीडिया पोस्ट के बदले में मारा गया था, जिन्होंने एक टेलीविजन बहस में पैगंबर पर विवादास्पद टिप्पणी की थी.
उमेश कोहली के बेटे संकेत कोहले की शिकायत के बाद अमरावती में सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन द्वारा प्रारंभिक जांच में उन्हें 23 जून को दो व्यक्तियों मुदस्सिर अहमद और शाहरुख पठान को गिरफ्तार किया गया.
उनकी पूछताछ में चार और लोगों की संलिप्तता का पता चला, जिनमें से तीन अब्दुल तौफीक, शोएब खान और आतिब रशीद को 25 जून को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक फरार है.
एचएमओ ने उदयपुर मामले की जांच के लिए एनआईए को भी सौंप दिया था.