आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पर्यटन और आतिथ्य प्रबंधन विभाग ने केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की एक पहल के तहत ‘हुनर से रोजगर तक’ (एचएसआरटी) कार्यक्रम शुरू किया. कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं के बीच रोजगार योग्य कौशल पैदा करना है और छात्रों को देश में आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र के लिए प्रासंगिक कौशल को उन्नत करने में मदद मिलेगी.
जेएमआई ने उन छात्रों को एक व्यापक मंच प्रदान किया है, जिनके पास इस तरह के कोई कैरियर विकल्प नहीं है, लेकिन उनकी आंखों में कुशल और अंततः रोजगार योग्य होने के सपने हैं. विभाग ने आतिथ्य व्यापार क्षेत्र में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया है, जैसे (1) खाद्य उत्पादन, (2) खाद्य एवं पेय सेवाएं और (3) कौशल परीक्षण और प्रमाणन कार्यक्रम और निकट भविष्य में शुरू करने के लिए और भी बहुत कुछ.
उद्घाटन समारोह ने डॉ. सारा हुसैन, एचओडी, डीटीएचएम, जेएमआई के स्वागत संबोधन के साथ अपना आकार लिया. उन्होंने कहा कि एचएसआरटी पर्यटन मंत्रालय द्वारा वर्ष 2009-10 में शुरू किया गया था और यह सभी उपस्थित लोगों के जीवन में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा. उन्होंने उन छात्रों को आश्वासन दिया, जिन्होंने इस कार्यक्रम के लिए दाखिला लिया है कि उनके पास निश्चित रूप से आतिथ्य उद्योग में उज्ज्वल संभावनाएं होंगी. उसने आगे कहा कि यह कार्यक्रम निकट भविष्य में उनके कैरियर प्रगति के एक शक्तिशाली माध्यम के रूप में काम करेगा.
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि जेएमआई के रजिस्ट्रार प्रो. नाजिम हुसैन जाफरी ने एक व्यापक, सुविचारित और अत्यंत प्रासंगिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए विभाग को बधाई दी.
प्रो. इब्रहीम, डीन, इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय, जेएमआई समारोह के अतिथि थे.
अंत में इस कार्यक्रम का औपचारिक परिचय प्रो. निमित चौधरी ने देते हुए कहा कि एचएसआरटी एक फलदायी और सार्थक प्रशिक्षण है, जो छात्रों को उनके पेशेवर कौशल का सम्मान करने और उद्योग में रोजगार के अवसरों को प्राप्त करने में सहायता करेगा.