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फोक्सवैगन ग्रुप (Volkswagen Group) ने दुनियाभर में बिक चुकी अपनी 1 लाख से ज्यादा प्लग-इन हाइब्रिड कारों को इसीलिए रिकॉल किया है क्योंकि इन सभी कारों में आग लगने का खतरा था.

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कंपनी ने बताया कि फोक्सवैगन पसाट, गोल्फ, टाइगुन और अर्टिऑन के लगभग 42,300 ग्राहकों से संपर्क किया जा रहा है,

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इसके अलावा फोक्सवैगन की सब्सिडियरी ब्रांड ऑडी की करीब 24,400 कारें वापस बुलाई गई हैं. स्कोडा और Seat के वाहन भी इस रिकॉल के दायरे में आए हैं.

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फोक्सवैगन की मानें तो इंटरनल कंबन्शन इंजन को इलेक्ट्रिक ड्राइव से जोड़ने वाली तकनीक में गड़बड़ी के चलते कार शॉर्क सर्किट का शिकार हो सकती है और इसमें आग लग सकती है.

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1 लाख वाहन रिकॉल किए जाने पर फोक्सवैगन के प्रवक्ता ने कहा, “फ्यूल से चलने वाले इंजन और इलेक्ट्रिक ड्राइव को जोड़ने वाली तकनीक में कुछ समस्या आई है.

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इसके चलते इंसुलेटेड हाई वोल्टेज बैटरी कार में शॉर्ट सर्किट कर सकती है जिससे कार में आग लगने का खतरा पैदा होता है.”

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जर्मनी के एक अखबार रेगुलेटर केबीए की बिनाह पर फोक्सवैगन के प्रवक्ता ने कहा, “इंजन डिजाइन कवर को सही तरीके से पैक नहीं किया जा सकता है जिससे गर्म हवा के संपर्क में आते ही कार आग पकड़ सकती है.

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अखबार में ये बताया गया है कि जर्मनी में इस तरह के 16 मामले सामने आए हैं. इस अखबार में ये भी कहा गया है कि रिकॉल करने से फोक्सवैगन ग्रुप की कारों के अलावा ऑडी, Seat और स्कोडा की कारों पर प्रभाव पड़ेगा.

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भारतीय मार्केट की बात करें तो कंपनी लगातार अपने कई नए वाहन बीते कुछ सालों में भारत में लॉन्च कर चुकी है. कंपनी की आगामी कार फोक्सवैगन वर्टस है जिसकी प्री-बुकिंग भारत में शुरू कर दी गई है.

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इसमें दिलचस्पी रखने वाले 11,000 रुपये टोकन राशि के साथ सेडान को बुक कर सकते हैं. कंपनी ने भारत में इस कार का उत्पादन भी शुरू कर दिया है.