विश्व मलेरिया दिवस एक मौका है इस बात को समझने का कि मलेरिया केवल स्वास्थ्य नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास का भी मुद्दा है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इस दिन को मनाने का उद्देश्य यह बताता है कि मलेरिया के खिलाफ लड़ाई को तेज करना जरूरी है ताकि हर कोई, चाहे वह कहीं भी रहता हो, सुरक्षित रह सके.

ये दिन हमें याद दिलाता है कि मलेरिया केवल एक बीमारी नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य असमानता का भी प्रतीक है.

विश्व मलेरिया दिवस को पहली बार 2008 में WHO द्वारा मनाया गया था. इससे पहले, 2001 से अफ्रीका मलेरिया दिवस मनाया जाता था.

2025 में इस दिन की थीम है "Reinvest, Reimagine, Reignite".

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