4 जनवरी 1986 को जन्मी पायल कपाड़िया बहुत कम उम्र में ही फिल्मों और रंगमंच में रुचि लेने लगीं, क्योंकि उनके पिता चित्रकार और वीडियो कलाकार नलिनी मालानी थे, जबकि उनके पिता शैलेश कपाड़िया एक मनोविश्लेषक थे.

आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल की पूर्व छात्रा, उन्होंने मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से स्नातक और सोफिया कॉलेज फॉर विमेन से मास्टर डिग्री प्राप्त की.

बाद में, उन्होंने फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंडिया से फिल्म निर्देशन में डिग्री प्राप्त की.

उन्हें 74वें कान फिल्म फेस्टिवल में अपनी पहली फीचर फिल्म 'ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग' के लिए सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फिल्म श्रेणी में गोल्डन आई पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

पायल कपाड़िया, जिन्होंने पिछले साल सुर्खियां बटोरी थीं और अपनी पहली फीचर फिल्म "ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट" के लिए ग्रैंड प्रिक्स हासिल करके इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया था.

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