रोल्स-रॉयस बोट टेल सिर्फ एक कार नहीं बल्कि बिल्ड टू ऑर्डर मास्टरपीस है.
यह बताता है कि जब एक कंपनी परंपरा, तकनीक और कला को एक साथ लाकर एक वाहन बनाती है, तो उसका रूप कितना प्रभावशाली हो सकता है.
इस कार की कीमत जितनी ऊंची है, उतनी ही ऊंची इसकी ब्रैंड वैल्यू, प्रतिष्ठा और विशिष्टता है.
इसमें न केवल अद्भुत डिज़ाइन है, बल्कि यह हर उस व्यक्ति के लिए सपना है जो ज़िंदगी को बेहद ख़ास अंदाज़ में जीना चाहता है.
रोल्स-रॉयस बोट टेल आज के युग की लग्जरी की परिभाषा है. इसमें तकनीक, शिल्पकला और व्यक्तिगत स्टाइल का ऐसा संगम है,
जिसे देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि दुनिया की सबसे महंगी कार, दरअसल, एक चलती-फिरती कहानी है
जिसमें इतिहास, कला और भविष्य का मेल है और इसके तीनों मालिकों ने इसे सिर्फ खरीदा नहीं, बल्कि अपने स्टेटमेंट के तौर पर दुनिया के सामने पेश किया है.