एसी में रहने से कौन सी बीमारियाँ हो जाती हैं?

गर्मियों के मौसम में एसी राहत का साधन बन जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ज्यादा देर तक एसी में रहना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है?

एसी में हवा ठंडी और शुष्क होती है, जिससे नाक और गले में जलन हो सकती है, जिसके कारण सर्दी और खांसी हो सकती है.

ठंडी हवा धूल, मिट्टी और एलर्जन्स को हवा में फैला सकती है, जिससे एलर्जी और अस्थमा के लक्षण बिगड़ सकते हैं. शुष्क हवा त्वचा से नमी छीन सकती है, जिससे त्वचा में रूखापन, खुजली और जलन हो सकती है.

एसी में तापमान में अचानक बदलाव होने से सिरदर्द और थकान हो सकती है. ठंडी हवा जोड़ों में दर्द और अकड़न पैदा कर सकती है, खासकर गठिया के रोगियों में.

एसी में रहने से शरीर का प्राकृतिक तापमान नियंत्रण प्रभावित होता है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है.

इन खतरों से बचने के लिए, आप कुछ सावधानियां बरत सकते हैं. जैसे - एसी का इस्तेमाल जरूरत के अनुसार ही करें. ज्यादा देर तक एसी में रहने से बचें और स्वस्थ रहें. एसी के फिल्टर को नियमित रूप से साफ करते रहें.

एसी का तापमान को 24-26 डिग्री सेल्सियस के बीच रखें. हवा में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें. पानी पीते रहें ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे. कमरे में अच्छा वेंटिलेशन बनाए रखें. नियमित व्यायाम करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है.

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