सोमवार सुबह अचानक बादल फटने से रामबन जिले के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई, जिसके कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बड़ा व्यवधान उत्पन्न हो गया.

नचलाना और सेरी के पास ऊंचे इलाकों में बादल फटने की घटना घटी, जिससे कीचड़ और मलबा एनएच-44 के प्रमुख हिस्सों पर बहकर आ गया.

दोपहर तक अधिकारियों ने कम प्रभावित क्षेत्रों में यातायात की आंशिक बहाली शुरू की, हालांकि पूरी तरह से आवाजाही पर प्रतिबंध बना रहा.

एक वरिष्ठ जिला अधिकारी ने कहा, "हम जल्द से जल्द यातायात बहाल करने के लिए सभी विभागों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

दिल्ली से सेब लेकर जा रहे एक ट्रक चालक, आरिफ हुसैन ने कहा, "हम आधी रात को जम्मू से निकले थे और सूर्योदय से पहले ही फंस गए. बारिश लगातार हो रही थी,

कुछ यात्री सड़क किनारे स्थित ढाबों में शरण लेने को मजबूर हुए, जबकि अन्य अपने वाहनों में ही इंतजार करते रहे.

राजमार्ग के ठप होने से कश्मीर घाटी में आवश्यक आपूर्ति की आवाजाही में भी चिंता बढ़ गई है.

श्रीनगर के एक थोक आपूर्तिकर्ता, इरफान मलिक ने कहा, "यह मार्ग सब्जियों से लेकर दवाइयों तक हर चीज के लिए महत्वपूर्ण है.

click here to new story